राज्यपाल राज्यों के बीच सौहार्द और एकता की मजबूत कड़ी …

नई दिल्ली ,05 जून 2018। राष्ट्रपति भवन में राज्यपालों के सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्यपालों से आग्रह किया कि वे विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति के रूप में अकादमी के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि भारतीय विश्वविद्यालयों को विश्व के श्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में शामिल होने की आकांक्षा रखनी चाहिए और इस बदलाव को मूर्त रूप देने में राज्यपाल महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। प्रधानमंत्री ने इस संदर्भ में आईआईएम तथा शीर्ष 10 सरकारी विश्वविद्यालयों और शीर्ष 10 निजी विश्वविद्यालयों में स्वायत्तता को प्रोत्साहित करने की केंद्र सरकार की पहल की चर्चा की।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “एक भारत श्रेष्ठ भारत” का उल्लेख करते हुए राज्यों के बीच सौहार्द और एकता के प्रोत्साहन की आवश्यकता पर बल देते हुए राज्यपालों से भारत के विभिन्न राज्यों के बीच सौहार्द और एकता को मजबूत बनाने को कहा। आगे कहा कि केंद्र सरकार जनता के लिए सहज जीवन प्रोत्साहित करने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जीवन में अपने व्यापक अनुभवों के माध्यम से राज्यपाल जीवन की सहजता के उद्देश्य के लिये नागरिक सेवा एजेंसियों और सरकारी विभागों को प्रतिबद्धता के साथ काम करने के लिये प्रेरित कर सकते हैं। उन्होंने सरकार की महत्वकांक्षी स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत पर भी चर्चा की। कहा कि 2022 में भारतीय स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ और 2019 में महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती जैसे अवसर विकास लक्ष्यों को हासिल करने में प्रेरणादायी मील के पत्थर के रूप में काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आगामी कुंभ मेला राष्ट्रीय विषयों को प्रोत्साहित करने के महत्वपूर्ण अवसर के रूप में कार्य कर सकता है।

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