अंतरिक्ष उड़ान के बढ़ते कदम ! नेविगेशन सैटेलाइट IRNSS-1I सफलता के साथ लांच

नई दिल्ली । 12 अप्रैल 2018। आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित प्रक्षेपण केंद्र से भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज स्वदेशी तकनीक से निर्मित नेविगेशन सैटेलाइट (IRNSS-1I) को लॉन्च किया है।आईआरएनएसएस-1I एनएवीआईसी नौवहन उपग्रह (सैटेलाइट) धरती के धुव्रीय कक्षा में स्थापित होने वाली नौवहन प्रणाली का आठवां उपग्रह है। यह सैटेलाइट 1.58 मीटर लम्बी, 1.5 मीटर ऊंची और 1.5 मीटर चौड़ी है। इस सैटेलाइट से समुद्री नेविगेशन के साथ ही साथ सैन्य क्षेत्र को लाभ मिलेगा। उल्लेखनीय है कि इसकी लांचिंग से पूर्व इसरो ने कम्यूनिकेशन उपग्रह जीसैट-6ए को 29 मार्च को प्रक्षेपित किया था, पर उसका संबंध 31 मार्च को इसरो से संपर्क टूट गया।, उस समय वह धरती से 36,000 किलोमीटर ऊपर जियो-स्टेशनरी कक्षा में था। अंतरिक्ष एजेंसी की कनार्टक के हासन स्थित मास्टर कंट्रोल फैसिलिटी (एमसीएफ) इस 2,000 किलोग्राम भार वाले उपग्रह से 1 अप्रैल से संपर्क स्थापित करने में लगी है परन्तु तक सफलता प्राप्त नहीं हुई है। आठवां नौवहन उपग्रह आईआरएनएसएस-11 एनएवीआईसी को 1,425 किलोग्राम के आईआरएनएसएस-1एच उपग्रह के स्थान पर छोड़ा गया, जो 31 अगस्त 2017 को प्रक्षेपण के दौरान पीएलएलपी रॉकेट से बाहर निकलने में असफल रहा था, क्योंकि लांचिंग के 20 मिनट बाद इसका हीट शील्ड खराब हो गया था, फलस्वरूप यह रॉकेट से अलग होकर अपनी कक्षा में स्थापित नहीं हो सका था।

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