तीन तलाक बिल लोकसभा में पास 

नई दिल्ली ,4 अप्रैल 2018। देश की मुस्लिम महिलाओं के हित में लाये गये तीन तलाक बिल पर लोक सभा में सरकार ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।लोकसभा में चली चर्चा में बिल के पक्ष और विपक्ष में सदस्यों ने अपने अपने विचार रखे।
कई संशोधन प्रस्ताव खारिज होने के उपरांत ‘मुस्लिम वीमेन प्रोटेक्शन ऑफ राइट्स ऑन मैरिज बिल’ पास हो गया। इस बिल को केंद्रीय कानून मंत्री ने पेश किया
तो विपक्ष की ओर से असदुद्दीन ओवैसी ने बिल के कई प्रावधानों पर विरोध दर्ज कराया। उन्होंने तो इसे मुसलमानों को जेल भेजने की साजिश तक कह डाला। ओवैसी ने बिल पर तीन संशोधन प्रस्ताव रखे तो बीजू जनता दल के सांसद भ्रातृहरि महताब और कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव ने भी संशोधन प्रस्ताव पेश किया।जो वोटिंग में एकतरफा खारिज हो गए।ओवैसी के तीन में से दो संशोधन प्रस्ताव वोटिंग में खारिज हो गए। ओवैसी के पक्ष में दो और विरोध में 247 वोट पड़े।लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इसकी घोषणा करते हुए शुक्रवार तक के लिए लोकसभा स्थगित कर दी। इससे पूर्व संसद में चर्चा के दरम्यान केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और असदुद्दीन ओवैसी के बीच सवाल जवाब का दौर जारी रहा। रविशंकर प्रसाद ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि ‘कांग्रेस और अन्य पार्टियां की ये किंतु- परंतु समझ से परे हैं। महिलाएं पीड़ित हैं तो इसे वोट के चश्में से नहीं बल्कि इंसानियत के चश्में से तीन तलाक कानून को देख रहे हैं। यह बिल मुस्लिम महिलाओं के इंसाफ के लिए है , तीन तलाक पर कांग्रेस के रुख से हैरानी हुई है। इससे पूर्व आज सुबह बिल पर पाबंदी लगाने वाला ‘मुस्लिम वीमेन प्रोटेक्शन ऑफ राइट्स ऑन मैरिज बिल’ गुरुवार को लोकसभा में पेश करते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा तीन तलाक को गैरकानूनी करार दिए जाने की बात रखी। कहा कि तीन तलाक पर लाया गया बिल महिलाओं की गरिमा से जुड़ा है। इसी दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री एमजे अकबर ने कहा कि एक मुस्लिम होने के नाते मैं यह बात रखना चाहता हूं कि इस बिल को लेकर जहर फैलाया जा रहा है कि इससे इस्लाम खतरे में है, इस्लाम नहीं मुस्लिम मर्दों की जबरदस्ती खतरे में है। वहीं इससे पूर्व रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी तीन तलाक को गलत बताया है और ये उम्मीद थी कि शीर्ष अदालत के फैसले के बाद स्थितियां बदलेंगी, लेकिन फिर भी इससे जुड़े कई मामले सामने आए। इस बीच रविशंकर ने इस्लामिक देशों में बिल पर लगाए प्रतिबंधों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादी देश है, लेकिन वहां भी तीन तलाक के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अफगानिस्तान, तुर्की, मिस्र, ईरान और बांग्लादेश में भी तीन तलाक के खिलाफ कदम उठाए गए हैं। इस्लामिक देशों ने तीन तलाक को रेगुलेट किया और कहा गया है कि अगर आपको अपनी पत्नी को तलाक देना है तो उसे पहले नोटिस दीजिए। साथ ही कोई इन नियमों का उल्लंघन करता है तो उसे एक साल की जेल का प्रावधान भी है।लोकसभा से बिल पास होते ही देशभर में इसको लेकर प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया तो देश के अनेकों हिस्सों में बिल पास होने पर खुशी मनाइ गई।

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