जब मन का अंधेरा मिटा ही नहीं तो रौशनी जगमगाने से क्या फायदा
गाज़ीपुर। आदर्श जनता इंटर कॉलेज पलिया के जमुना यादव सभागार में प्रगतिशील रचनाकार मंच के, तत्वाधान में सरस कवि गोष्ठी सम्पन्न हुई।
धनवंतरी जयंती के अवसर पर आयोजित गोष्ठी में कवि विजय कुमार मधुरेश ने लोगों से अपने अंदर के अंधेरे को मिटाने का आह्वान करते हुए कहा कि – घर में दीपक जलाने से क्या फायदा, दिवाली मानने से क्या फायदा, जब मन का अंधेरा मिटा ही नहीं तो रौशनी जगमगाने से क्या फायदा। इस मुक्तक पर श्रोताओं की खूब वाहवाही लूटी ।
कवयित्री प्रीतम अमृता ने गज़ल पेश करके माहौल को खुशनुमा बनाया कि- है रंजिशे यहां क्यों मजहब के आड़ में, नफरत की आग प्यार से बुझा कर तो देखना, दिल में वतन का प्यार है जो वतन पर लुटाती हूं, मुझको भी सरहदो पर बुलाकर तो देखना।।
कविवर सूरज पांडेय ने प्रस्तुत किया – यदि करो तो क्या नहीं होगा जमाने के लिए यू तो सारी उम्र है आसूं बहाने के लिए। इनके अलावा बेसुध सुदर्शन चिराग, वरिष्ठ कवि दिनेश चंद्र शर्मा ने भी बेहतरीन रचनाएं प्रस्तुत करके श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर प्रधानाचार्य नगीना सिंह यादव, अनिल राय, सुरेश यादव, रामप्रकाश, सुरेश राय, प्रधानाध्यापिका राधिका यादव, सरिता यादव, मंजू , प्रतिमा , सुबोध यादव आदि मौजूद रहे । अध्यक्षता सूरज पांडेय व संचालन विजय मधुरेश ने किया।
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