साप्ताहिक बंदी सिर्फ हाथी के दांत

गाज़ीपुर। जिले के समस्त बाजारों में साप्ताहिक व्यवसायिक बंदी का दिन निर्धारित किया गया है और अधिकांश बाजारों में इसका पालन भी किया जाता है। इसके बावजूद कई बाजारों में आज भी साप्ताहिक व्यवसायिक बंदी मात्र दिखावा है।


     बताते चलें कि सादात नगर में मंगलवार को साप्ताहिक बंदी का दिन निर्धारित है, परन्तु वहां के अधिकांश व्यवसायी इसका पालन नहीं करते हैं। मंगलवार को ज्यादातर दुकानदार अपनी दुकानें खोलकर व्यवसाय करते हैं। 

         मजेदार बात तो यह है कि जिम्मेदार अधिकारी सब कुछ जानते और देखते हुए भी आंख मूंदे कुम्भकर्णी निद्रा में मग्न हैं। साप्ताहिक बंदी के दिन दुकानें खोलने वाले दुकानदार उस दरम्यान आने वाली पुलिस की गाड़ी का सायरन सुनकर शटर नीचे गिरा देते हैं और पुलिस के चले जाने के बाद फिर से दुकानें खोल देते हैं।              

            उल्लेखनीय है कि डीएम आर्यका अखौरी ने जनवरी फरवरी माह में जिले में साप्ताहिक बंदी का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था, लेकिन समय बीतने के साथ यह आदेश हवा हवाई साबित होता नजर आ रहा है। प्रशासनिक कड़ाई व कोई कार्रवाई न होने से मंगलवार को दुकान खोलने वाले दुकानदारों के हौसले बुलंद हैं। इससे श्रम कानूनों की भी धज्जियां उड़ जाती हैं। रोज दुकानें खुली रहने से कर्मचारियों को छुट्टी के लाले पड़ जाते हैं। सामाजिक लोगों ने जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए ऐसे दुकानदारों के खिलाफ यथोचित कार्यवाही की मांग की है‌ ‌

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