मरीजों की जिन्दगी से खिलवाड़ ………..जहां दिवंगत चिकित्सक करता है जांच रिपोर्ट पर हस्ताक्षर
फाइलों में बन्द पड़ा भारत अल्ट्रासाउंड आज भी दे रहा अल्ट्रासाउंड जांच रिपोर्ट
गाजीपुर। स्वास्थ्य विभाग की मेहरबानी से जिले में अवैध चिकित्सकों के साथ ही साथ अवैध पैथोलॉजी व डायग्नोस्टिक सेंटर धड़ल्ले से चल रहे हैं। आये दिन ऐसे अस्पतालों और चिकित्सकों की कारस्तानी दृष्टिगोचर होती रहती है। जिनके देखरेख में कई मरीजों की जिन्दगी तबाह हो गयी है।
इतना सब कुछ होने के बावजूद विभागीय अधिकारियों के कानों पर तब तक जूं नहीं रेंगती जब तक कोई बड़ी घटना ना हो जाए। इस पर लोग चुटकी लेते हुए कहते हैं कि ऐसे चिकित्सक व अस्पतालों तथा जांच केन्दों से जिले के स्वास्थ्य महकमें को अच्छी खासी कमाई होती है जिसके चलते विभागीय अधिकारी सबकुछ जानते हुए भी मौन साधे रहते हैं।
ऐसा ही एक मामला नंन्दगंज स्थित भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर का है जिसे लेकर स्वास्थ्य विभाग खूब चर्चा में है और विभाग की खूब किरकीरी हो रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा कागजों में इस भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर को बंद बताया जा रहा है, लेकिन सत्यता यह है कि
यह सेन्टर आज भी धड़ल्ले से चल रहा है और
बगैर डॉक्टर के हस्ताक्षर के ही अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट दे रहा है जो स्वास्थ्य विभाग की पोल खोलने के लिए काफी है। इसकी कई बार शिकायत मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय को की गई और जब वहां से जांच टीम जांच हेतु निकलती है तो वहां से इसकी जानकारी केंद्र संचालक तक पहुंचा दी जाती है और संचालक केन्द्र बंद कर फरार हो जाता है। शिकायतकर्ता ने चार जुलाई की रिपोर्ट से पूर्व भी सात जून को भी एक अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट लेकर अल्ट्रासाउंड केन्द्र के बेखौफ संचालित करने का दावा किया था।
बताते चलें कि नंन्दगंज स्थित भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर के चिकित्सक विनोद कुमार राय कुछ दिनों पूर्व दिवंगत हो गये थे। डॉक्टर के दिवंगत होने के बाद भी भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर द्वारा अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट पर दिवंगत डाॅक्टर का हस्ताक्षर कर मरीजों को रिपोर्ट दिया जाता रहा था। पता चला कि 14 मई को भी एक अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करके दिया गया था। वहीं 19 मई को भी एक अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट और सात जून को भी एक अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट साक्ष्य के तौर पर मौजूद हैं। लेकिन अब तो भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर द्वारा बिना डॉक्टर के हस्ताक्षर के अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट दिया जा रहा है।
भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर द्वारा चार जुलाई का बिना डॉक्टर के हस्ताक्षर का अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट देखते ही सीएमओ डॉ देश दीपक पाल ने कहा कि हमारे कागजों में बंद भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर का बिना डॉक्टर के हस्ताक्षर का अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट कैसे आ गया है। फिलहाल सीएमओ ने जांच टीम गठित कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। अब देखना यह है कि विभाग इस पर सख्त कार्रवाई करता है या फिर पूर्व की तरह इस बार भी मात्र जांच का दिखावा कर अपने कर्म की इतिश्री कर लेता है।
Views: 128