व्यक्तित्व निखार के साथ राष्ट्रीय भावना जागृत करना ही शिविर का उद्देश्य 

गाजीपुर। विद्यार्थी जीवन में शिक्षा के साथ ही संस्कार, स्वास्थ्य और अनुशासन का विशेष महत्व है। राष्ट्रीय सेवा योजना शिविरार्थियों में शिक्षा और संस्कार के साथ ही सामाजिकता और राष्ट्रीय भावना जागृत करते हुए निष्ठावान नागरिक बनने की सीख देता है। 

    उक्त वक्तव्य प्रसिद्ध सिद्धपीठ हथियाराम मठ के पीठाधिपति एवं जूना अखाड़ा के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी भवानी नन्दन यति जी महाराज ने मंगलवार को कन्या पीजी कॉलेज हथियाराम के सात दिवसीय रासेयो शिविर के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए व्यक्त किया। इसके साथ ही स्वामी भवानी नन्दन यति महाराज ने शिविरार्थियों और शिक्षिकाओं को उत्तरीय प्रदान कर आशीर्वाद दिया। 

      इससे पूर्व महाविद्यालय के प्राचार्य डा. रत्नाकर त्रिपाठी ने गुरुजी महाराज का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया। शिविरार्थी अंजली यादव ने गुरु वंदना, नेहा, रूपाली ने स्वागत गीत तथा नेहा, गोल्डी यादव ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया।

       कार्यक्रम अधिकारी रिंकू सिंह ने शिविरार्थी छात्राओं द्वारा चयनित बस्ती घटारो में किए गए सेवा, श्रमदान स्और जनजागरण कार्य की विस्तृत जानकारी दी।

     प्राचार्य डॉ. रत्नाकर त्रिपाठी ने अपने सम्बोधन में एनएसएस को व्यक्तित्व विकास की पाठशाला बताते हुए शिविर की जानकारी को आत्मसात करने की सलाह दी। इस मौके पर कार्यालय अधीक्षक चंद्रशेखर सिंह, कार्यक्रम अधिकारी रिंकू सिंह, अंजू सिंह, आरती सिंह, वीणा मिश्रा, सुनीता मौर्य, वीरेंद्र यादव, संजय खरवार के साथ ही शिविरार्थी अर्चना यादव, नेहा यादव, खुशी गुप्ता, जाह्नवी सिंह, पल्लवी मिश्रा, रिंकी मिश्र, संजना, ऋतु यादव आदि रही। प्राचार्य डॉ. रत्नाकर त्रिपाठी ने शिविर के सफल समापन पर धन्यवाद ज्ञापित किया।

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