पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर आउट कराने वाले सक्रिय ग्साल्वर गैंग के आठ अभियुक्त गिरफ्तार 

लाखों की नगदी, ब्लैंक चेक,चार पहिया व दो पहिया वाहन, आधार कार्ड, प्रवेश पत्र, मोबाइल, प्रिंटर व इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद

गाजीपुर। उ.प्र. पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा 2023 में पेपर आउट कराकर नकल कराने वाले सक्रिय गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने आठ अभियुक्तों को धर दबोचा है।

      17/18 फरवरी 2024 को आयोजित होने वाली भर्ती परीक्षा से पहले ही, पेपर आउट कराकर नकल कराने वाले सक्रिय गिरोह/साल्वर गैंग के आठ अभियुक्तों को गाज़ीपुर पुलिस की स्वाट/सर्विलांस टीम तथा थाना नोनहरा व थाना नन्दगंज पुलिस की संयुक्त टीम ने मुखबीर की सूचना पर नोनहरा थाना क्षेत्र के मीरदादपुर से गिरफ्तार कर लिया।

        संयुक्त पुलिस टीम ने उनके कब्जे से 06 लाख रूपये नगद, 21 लाख रूपये के चेक व भारी मात्रा में कूटरचित दस्तावेज तथा मोबाईल/ इलेक्ट्रानिक डिवाईस सहित अन्य सामग्री भी बरामद कर लिया।

        गिरफ्तार अभियुक्तों में पिन्टू यादव उर्फ गोपेश यादव उर्फ नीरज यादव उर्फ मास्टर उर्फ सिपाही पुत्र नंन्दलाल  यादव उर्फ विनोद यादव निवासी ग्राम खिदिराबाद थाना कोतवाली जनपद गाजीपुर, सोनू यादव पुत्र अमेरिका यादव निवासी ग्राम खुर्दपुर थाना नोनहरा जनपद गाजीपुर, रामकरन यादव पुत्र स्व0 रामसूरत यादव निवासी ग्राम रसूलपुर कन्थवारा थाना नोनहरा गाजीपुर, रमाकान्त यादव पुत्र सुरेश सिंह यादव निवासी ग्राम सहबाजकुली थाना नोनहरा जनपद गाजीपुर, कपिलदेव सिंह यादव पुत्र जगदीश सिंह यादव निवासी ग्राम पीथापुर थाना जंगीपुर जनपद गाजीपुर हाल पता ग्राम मिरदादपुर थाना नोनहरा जनपद गाजीपुर, अभिमन्यु यादव पुत्र दुखन्ती सिंह यादव निवासी ग्राम लोकवापुर (अन्धऊ) थाना कोतवाली जनपद गाजीपुर, इन्द्रजीत यादव पुत्र रामबचन यादव निवासी ग्राम वार्ड नं0-04 गुरु सेवक नगर थाना जंगीपुर जनपद गाजीपुर तथा अमित यादव  पुत्र इन्द्रजीत सिंह यादव निवासी ग्राम नगवा उर्फ नौपुरा थाना नोनहरा जनपद गाजीपुर हैं।

       पूछताछ के दौरान हिरासत में लिये गये व्यक्तियों द्वारा बताया गया कि उनका एक संगठित गिरोह है जिसमें डीएलडब्ल्यू वाराणसी के रहने वाले किशन मिश्रा व सुनील मिश्रा भी शामिल हैं। इनके गिरोह द्वारा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में परीक्षा केन्द्रों व अन्य स्रोतों के माध्यम से सेटिंग कर परीक्षा से पहले ही प्रश्नपत्रों के अलग-अलग सेट को व्हाट्सएप के माध्यम से प्राप्त करके उनके उत्तर सेटवार तैयार कर पूर्व से सेट किये गये परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के लगभग दो घण्टे पहले ही भेज दिया जाता है। परीक्षार्थियों की सेटिंग हम लोग पहले ही अपने-अपने स्रोतों से कर लेते हैं। जिनसे 07-08 लाख रुपये की मोटी रकम वसूल कर हम लोग आपस में बाँट लेते हैं। कुछ परीक्षार्थी पहले ही पूरी रकम दे देते हैं, जबकि कुछ नहीं दे पाते तो उनसे हम लोग 01 लाख रूपये नकद तथा ब्लैंक चेक व उनका मूल शैक्षिक अंकपत्र व प्रमाणपत्र लेकर अपने पास रख लेते हैं। जब उनके द्वारा पूरा पैसा चुका दिया जाता है, तो उनका शैक्षिक प्रमाण पत्र व ब्लैंक चेक वापस कर दिया जाता है।

         हिरासत में लिये गये लोगों से 06 लाख रुपये नकद व 21लाख रुपये का चेक, 17 मूल शैक्षिक अंकपत्र व प्रमाण पत्र व 29 उ0प्र0 पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड परीक्षा 2023 प्रवेश पत्र की छायाप्रति, पांच नमूना नकल चीट छायाप्रति व 08 कूटरचित आधार कार्ड,14 मोबाईल, एक वाईफाई राऊटर जियों कम्पनी व एक प्रिन्टर एचपी कम्पनी, एक चार पहिया वाहन टाटा नेक्सान व 03 मोटरसाईकिल बरामद किया गया।

  गिरफ्तार अभितों के विरुद्ध विधि कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उन्हें न्यायालय में पेश कर दिया।

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