श्रद्धालुओं के जयघोष से गुंजायमान हो रहा पूरा क्षेत्र 

गाजीपुर। आदिशक्ति मां जगतजननी जगदम्बा  का महापर्व नवरात्रि का पूरे जनपद में परम्परागत तरीके से श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाया जा रहा है। एक सप्ताह से पूरा जनपद मां जगदंबा के पूजन और में भक्ति भाव से लगा हुआ है। सैकड़ो स्थान पर मां दुर्गा के विभिन्न रूपों को प्रदर्शित करती हुई प्रतिमा भव्य पूजा पंडालों की शोभा बढ़ा रही हैं। भक्ति गीतों से पूरा क्षेत्र भक्तिमय बनकर गुंजायमान हो रहा है। शहर के विभिन्न इलाकों के साथ ही साथ ग्रामीण अंचल में देवी मंदिरों तथा पूजा पंडालों में मां के प्रतिमाएं का पूजन अर्चन क्षेत्रीय श्रद्धालुओं द्वारा जोर-शोर से चालू है‌


         सनातनी धर्मावलंबियों का तीर्थ  विख्यात सिद्धपीठ हथियाराम मठ में सिद्धपीठ के 26वें पीठाधिपति एवं जूना अखाड़ा के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी श्री भवानी नन्दन यति महाराज के संरक्षकत्व में चल रहे नवरात्र महोत्सव में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।   

              उल्लेखनीय है कि सिद्धपीठ की अधिष्ठात्री देवी मृणमयी वृद्धम्बिका देवी (बुढ़िया माई) के प्रकाश से समूचा अध्यात्म जगत प्रकाशमान है। श्रद्धालुओं द्वारा  मठ की अधिष्ठात्री देवी बुढ़िया माता और मां सिद्धिदात्री के दरबार में शीश झुकाकर पूजन अर्चन किया जा रहा है। पूजनोत्सव के क्रम में श्रद्धालुओं द्वारा  पीठाधीश्वर महाराज श्री के श्रीचरणों में श्रद्धानवत होकर आशीर्वाद प्राप्त किया जा रहा है।

        महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति ने शिष्य श्रद्धालुओं के बीच प्रवचन करते हुए कहा कि नवरात्रि में की जाने वाली पूजा, उपासना व सत्कर्म से मानव जीवन का आधार निर्मित होता है। देवी माता के उपासना के विशेष काल नवरात्र में भक्तों पर देवी माता की कृपा बरसती है। समाज की अवधारणा पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि जहां नीति से अदालत चलती है वहीं नीयत से परिवार व समाज चलते हैं। ऐसे में स्वस्थ समाज की स्थापना में हम सभी के नीयत काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कहा कि हम सभी सौभाग्यशाली हैं जो सिद्धपीठ के परंपरागत गुरु शिष्य परंपरा से जुड़े हुए हैं।  

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वार्षिक महाप्रसाद का वितरण 24 अक्टूबर को 

गाजीपुर। प्रसिद्ध सिद्धपीठ हथियाराम मठ की अति प्राचीन संत परंपरा के तहत ध्वज पूजन, शस्त्र पूजन, शास्त्र पूजन, शिव पूजन, शक्ति पूजन व शमी वृक्ष का पूजन इस बारविजया दशमी के अवसर पर 24 अक्टूबर को सम्पन्न होगा।       

        पूजन के उपरान्त मठ की अधिष्ठात्री बुढ़िया माई का भोग लगाकर वर्ष में एक बार वितरित होने वाला हलवा पूड़ी का विशेष प्रसाद वितरित किया जाएगा।

       बताते चलें कि पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति जी महाराज के हाथोंइस प्रसाद को पाने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है।

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