डीएम ने अधिष्ठात्री देवी वृद्धाम्बिका माता के समक्ष टेका मत्था

गाजीपुर। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी अपनी धार्मिक यात्रा में रविवार को सिद्धपीठ हथियाराम मठ की अधिष्ठात्री देवी वृद्धाम्बिका माता और मां सिद्धिदात्री का दर्शन पूजन करने सपरिवार मठ में पहुंची। उन्होंने महामंडलेश्वर स्वामी श्री भवानी नंदन यति जी महाराज के सानिध्य में मां के दरबार में मत्था टेककर वैदिक विधि विधान से दर्शन पूजन और आरती कर परिवार के सुख-समृद्धि के साथ ही जनपद वासियों के लिए मंगल कामना की।

इसके साथ ही उन्होंने पीठाधिपति महामंडलेश्वर स्वामी श्री भवानीनन्दन यति जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। पीठाधीश्वर ने सिद्धपीठ के इतिहास व गंगा मां द्वारा प्रदत्त शीशा, जिसके दिखाने मात्र से लकवा के मरीज बिना इलाज के ही ठीक होकर जाते थे, के बारे में बताया। बताया गया कि औरंगजेब भी कभी इस मठ में आया था। स्वामी विवेकानंद जी ने पौहारी नामक पुस्तक में सिद्धपीठ के नाम का पूरा वर्णन किया है। उन्होंने बताया कि यहां का एक इतिहास है कि यहां कोई मूर्ति मां की नहीं है। पीठ में सभी वर्ग के लोग दर्शन पूजन के लिए आते हैं। यहां शैव परंपरा के अनुसार मिट्टी की बनी मूर्ति की आराधना की जाती है। लगभग 900 वर्ष पहले गुरुजनों ने अपनी साधना से मां का दर्शन किया था। मां के दरबार में साधना करने के लिए गुरुजनों की एक गुफा भी है, जो नवरात्र के 10 दिनों के लिए खोली जाती है, जहां पर सभी लोग दर्शन पूजन करते हैं। यह मठ धार्मिक अनुष्ठान के लिए प्रसिद्ध है। इस दौरान महाराज श्री ने पठन-पाठन, दैनिक व्यवस्था के साथ ही 26 वर्ष से महाव्रत की भी चर्चा की। इस दौरान जिलाधिकारी आर्यका अखौरी के साथ जखनियां के उपजिलाधिकारी आशुतोष कुमार श्रीवास्तव, तहसीलदार रामजी, भुड़कुड़ा कोतवाल आर. दिवाकर सहित सुरक्षाकर्मी मौजूद रहे।

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