साइबर सेल ने वापस कराये पीड़ितों के साढ़े छह लाख से अधिक की धनराशि

गाजीपुर। पुलिस साइबर सेल द्वारा साइबर अपराध के पीड़ितों के कुल 652500 रुपये वापस कराने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह के आदेश के क्रम में साइबर अपराध के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत, भुक्तभोगियों के प्राप्त प्रार्थना पत्रों पर कार्यवाही की है। साइबर सेल ने आवेदकों के अवैध ट्रांजेक्शन होने की शिकायत पर प्रभारी साइबर सेल उपनिरीक्षक वैभव मिश्रा मय टीम के प्रकरण का अध्ययन कर अवैध ट्रांजेक्शन जिन पेमेंट गेटवे के माध्यम से हुए थे, संबंधित कम्पनी / मर्चेन्ट को त्वरित रूप से जरिये मेल पत्राचार एवं दूरभाष पर सम्पर्क कर अवैध ट्रांजेक्शन रोकने एवं ट्रांजेक्शन की जानकारी प्रदान करने संबंधी प्रक्रिया पूर्ण कर आवश्यक कार्यवाही की गयी। इसके फलस्वरुप कुल 06 ऑफलाइन / ऑनलाईन आवेदक के प्राप्त प्रार्थना पत्रों पर त्वरित कार्यवाही करते हुए आवेदकों के कुल रूपये 652500 को खाते में वापस कराया गया। इसमें भुक्तभोगी प्रणव विक्रम सिंह निवासी रेवतीपुर जनपद गाजीपुर के बीस हजार रुपए, रामचन्द्र प्रसाद निवासी थाना कोतवाली सदर जनपद गाजीपुर के बीस हजार रुपए, सुशील कुमार निवासी थाना नंन्दगंज जनपद गाज़ीपुर के 49500 रुपए,मोहम्मद नसीम थाना खानपुर जनपद गाजीपुर के बीस हजार रुपए,दयाशंकर थाना नंन्दगंज के चालीस हजार रुपए तथा मनोज थाना करण्डा जनपद गाजीपुर के 503000 रुपए शामिल रहे। अपनी मेहनत की कमाई पुनः प्राप्त होने पर आवेदकों द्वारा साइबर कार्यालय में उपस्थित होकर समस्त स्टाफ का आभार व्यक्त किया गया। धनराशि वापस कराने वाली टीम में उपनिरीक्षक वैभव मिश्रा प्रभारी साइबर सेल, आरक्षी मुकेश कुमार, राजकुमार, विकास श्रीवास्तव, शिव प्रकाश यादव व महिला आरक्षी प्रतिभा शुक्ला साइबर सेल गाजीपुर शामिल रहे। साइबर क्राइम के बारे में बताया गया कि साइबर ठगों द्वारा लोगों को फोन और ईमेल करके किसी को लाटरी लगने का मैसेज, किसी को फोन करके उसका बैंक अकाउण्ट हैक होने व कार्ड बंद होने का डर दिखाकर जानकारी कर लेतें हैं, किसी को एनीडेस्क एप डाउनलोड करवाकर ठगी का शिकार बना लेतें हैं।

इससे बचने के लिए सावधानियां बतायी गयीं कि

* कभी किसी मेसेज पर विश्वास न करें।

* बैंक के संबंध में कोई भी मेसेज प्राप्त होने पर बैंक जाकर बैंक अधिकारियों से ही सम्पर्क करें।

* फोन काल पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा दिये जा रहे निर्देशों का पालन कतई न करें।

* अपनी कोई भी व्यक्तिगत जानकारी सोशल मिडिया पर शेयर न करें।

* फेसबुक या अन्य किसी सोशल मीडिया पर अनजान लोगों के साथ विडियो कॉलिंग न करें।

* अज्ञात स्रोत से प्राप्त किसी भी प्रकार के लिंक या क्यूआर कोड पर क्लिक/स्कैन न करें।

* रिमोट एप जैसे टीम व्यूवर एनीडेस्क, क्विक स्पॉट किसी के कहने पर इंस्टाल न करें।

* पैसे की प्राप्ति हेतु कभी भी एम.पिन या यू०पी०आई० पिन दर्ज करने की आवश्यकता नहीं होती है। यह पिन कदापि न डालें।

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