किशोर-वय की समस्याएँ विषयक कार्यशाला सम्पन्न

गाजीपुर। शहर के न्यू होराइजन अकादमी तुलसी सागर के रिपब्लिक हॉल में रविवार को ”किशोर वय की समस्याएं ” विषय पर आयोजित कार्यशाला में प्रख्यात मनोवैज्ञानिक प्रो. अमर नाथ राय ने अभिभावकों-शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों और किशोरवय के विद्यार्थियों में यदा-कदा डिस्लेक्सिया, ऑटिज़्म और एडीएचडी जैसे मनोविकारों के लक्षण मिलते हैं। माता पिता को इन लक्षणों के दिखते ही सतर्कता और सावधानी पूर्वक अपने बच्चों के इन विकारों को दूर करने के लिए प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मानसिक विकारों को दूर करने के लिए हमे चिकित्सकों के साथ साथ कौन्सिलर्स की भी सहायता लेनी चाहिए। कार्यशाला में अपना व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए सुश्री श्वेता सिंह ने डिस्लेक्सिया के चलते उच्चारण तथा लिखावट की त्रुटियों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रायः समय के साथ साथ इन परेशानियों का निदान हो जाता है, फिर भी इस प्रकार के बच्चों का अत्यंत सावधानी पूर्वक देखरेख किये जाने की आवश्यकता है। सुश्री स्वेता सिंह ने डिस्लेक्सिया की समस्या से जूझ रहे बच्चों के पालन-पोषण में धैर्य तथा थेरेपी की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यशाला में एक प्रश्नोत्तर सत्र का भी आयोजन किया गया। उपस्थित अभिभावकों ने अपने बच्चों के संबंध में प्रश्न पूछे जिनका मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञों ने समाधात्मक उत्तर प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में एकेडमी की प्रिंसिपल श्रीमती संगीता पांडेय ने विशेषज्ञ वक्ताओं तथा अभिभावकों एवं शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम डॉ. यशवंत सिंह, प्रो. अजय राय, सुश्री प्रिया शुक्ला, श्रीमती किरनबाला राय, सीमा राय, सुनीता मिश्रा, सारिका राय,आराधना, नीरज उपाध्याय आदि उपस्थित रहे।

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