लाइसेंसी पिस्टल न देना पर हुई थी किरन की हत्या, दोनों हत्यारों को पुलिस ने दबोचा

गाजीपुर। कोतवाली सदर क्षेत्र के कुर्था गांव में गत 26 सितम्बर को दिनदहाड़े घर में घूसकर घर में अकेली महिला किरन प्रजापति की हुई हत्या के रहस्य से पर्दा उठाते हुए दोनों हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम द्वारा घटना में प्रयुक्त आला कत्ल एवं घटना के समय अभियुक्तों द्वारा पहने हुये खून से सने कपड़ों को बरामद कर उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की गयी।
उल्लेखनीय है कि कोतवाली सदर के कुर्था गांव के पवन प्रजापति की पत्नी किरन प्रजापति के पिता रामाश्रय प्रजापति पुत्र स्व0रामदेनी राम निवासी सब्बलपुर खुर्द थाना जमनियां जनपद गाजीपुर ने पुलिस को सूचना दिया था।
घटना की सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच घटना की गंभीरता से जांच की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन पर कोतवाली पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर हत्यारों की खोजबीन शुरू कर दी। हत्या के कारणों की जांच के दौरान प्रकाश में आये दोनों वांछित अभियुक्तों को
रविवार को कोतवाली पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान गिरफ्तार कर लिया।
उक्त घटना की जानकारी पुलिस अधीक्षक ने अपने कार्यालय में पत्रकार वार्ता में दी।
गिरफ्तार अभियुक्त विपुल यादव पुत्र सुभाष यादव निवासी ग्राम फाक्सगंज थाना कोतवाली जानपद गाजीपुर एवं अनीस यादव पुत्र इन्द्र मोहन यादव निवासी ग्राम हाथीखाना थाना कोतवाली, जनपद गाजीपुर रहे। इसमें अनीस यादव शातिर बदमाश है जिस पर आधा दर्जन अपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त खून से सने हुये कपड़े तथा खून से सना हुआ आला कत्ल धारदार बांकी/दाव बरामद कर लिया। पूछताछ में अभियुक्त विपुल यादव ने बताया कि हम लोगो को मृतका जानती पहचानती थी। मृतका किरन प्रजापित के पति पवन कुमार प्रजापति की उसके पिता सुभाष यादव के साथ गहरी दोस्ती थी जिसके कारण पवन कुमार प्रजापति उस पर पूरा विश्वास करते थे। विपुल यादव को पवन और किरन सगे भतीजे की तरह मानते थे। मृतका किरन प्रजापति को सफेद रोग की बीमारी थी,जिसके इलाज के लिये विपुल यादव उसे लेकर मऊ, बिहार एवं पंजाब जैसे दूर स्थानों पर भी गया था। उनके घर दिन एवं रात में जब भी आवश्यकता पड़ती थी तो पवन प्रजापित की अनुपस्थिति में विपुल यादव उनके घर आता जाता था।
इसका फायदा उठा कर विपुल यादव अपने साथी अनीस यादव के साथ दिनांक 26.09.2022 को उस समय उनके घर गया जब रोजाना की भांति उनके दोनों बच्चे स्कूल पढ़ने चले थे। विपुल अपने मित्र अनीस के साथ उनके घर में घुस कर उनके लाइसेंसी पिस्टल को निकालने लगे तब मृतका किरन प्रजापति ने उसका विरोध किया कि ऐसा क्यों कर रहे हो, मैं तम्हारे चाचा से बता दूंगी। इसी बात पर विपुल यादव और उसके साथी अनीस यादव ने मिल कर किरन प्रजापति की धारदार बांकी/दाव से हत्या कर दी और अपनी पहचान छिपाने के लिय वहाँ लगे सीसीटीवी कैमरे को तोड़कर डीवीआर लेकर फरार हो गये। हत्यारों ने हत्या में प्रयुक्त आला कत्ल तथा घटना के समय पहने हुये कपड़े जो खून से सने थे उसको ले जाकर सूनसान स्थान पर छुपा दिये थे। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि सबुत मिटाने के लिए लूटी गयी पिस्टल लाइसेंसी व डीवीआर को गंगा नदी में फेंक दिया जिससे कोई ऐसा सबूत न मिल सके कि हम लोगों ने ही घटना को अंजाम दिया है।
गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उन्हें न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली तेजबहादुर सिंह, उपनिरीक्षक रामाश्रय राय- स्वाट टीम प्रभारी मय हमराहियान तथा उपनिरीक्षक शिवाकान्त मिश्रा, मुख्य आरक्षी मधूसूदन मिश्रा, आरक्षी जितेन्द्र कुमार यादव व नीतेन्द्र कुमार थाना कोतवाली गाजीपुर शामिल रहे।

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