“लोकनायक जयप्रकाश नारायण स्मृति सम्मान” से नवाजे गए गीतकार गौरीशंकर पाण्डेय सरस

दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान में आयोजित काव्य संग्रह”अच्छा भी हो सकता है” के लोकार्पण समारोह में मिला सम्मान

गाज़ीपुर। पं. मदन मोहन मालवीय इण्टर कॉलेज सिखड़ी के शिक्षक पत्रकार, कवि और गीतकार गौरीशंकर पाण्डेय सरस को दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान में आयोजित गरिमामयी समारोह में “लोक नायक जयप्रकाश नारायण स्मृति सम्मान” से नवाजा गया।
गीतकार सरस को यह सम्मान शनिवार को, चर्चित पत्रकार लोकतंत्र सेनानी, जनकवि धीरेंद्र नाथ श्रीवास्तव द्वारा रचित काव्य संग्रह “अच्छा भी हो सकता है” के लोकार्पण के अवसर पर आयोजित कवि सम्मेलन के दौरान प्रदान किया गया।
उल्लेखनीय है कि धीरेंद्र नाथ श्रीवास्तव द्वारा रचित काव्य संग्रह “अच्छा भी हो सकता है” का लोकार्पण सत्रह सितंबर शनिवार को
सम्पन्न हुआ। प्रो०राजकुमार जैन की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि किसान नेता राकेश टिकैत तथा मुख्य वक्ता प्रो. रमेश दीक्षित रहे।
काव्य संग्रह पर अपनी बेबाक राय व्यक्त करते हुए वक्ताओं ने धीरेंद्र नाथ श्रीवास्तव की पुस्तक की कविताओं को जनचेतना जगाने एवं वर्तमान और भविष्य की मांग बताया। उन्होंने पुस्तक का प्रकाश में आना जनचेतना के लिए संजीवनी और प्रेरणा दायक भी बताया।
बताते चलें कि कार्यक्रम का आगाज तीन चरणों में संपादित हुआ। प्रथम चरण में राष्ट्र पिता महात्मा गांधी की प्रिय भजन वैष्णो जन तो तेने कहिए जे पीर पराई जाने ये का संगीत मय वाचन किया गया तो दूसरे चरण में पुस्तक “अच्छा भी हो सकता है” का लोकार्पण सम्पन्न हुआ और आखिरी चरण में आयोजित कवि सम्मेलन में देश के प्रख्यात साहित्यकारों, शायरो,कवियों और पत्रकारों सहित देश की नामचीन हस्तियों ने अपने कविता पाठ से कार्यक्रम में समां बांध दी।
अपने कविता पाठ से शायरों कवियों व कवित्रियों द्वारा कविता के विविध रंगों से लोगों का भरपूर मनोरंजन कर वाह वाही लूटी। गाजीपुर के कवि और गीतकार गौरीशंकर पाण्डेय सरस ने अच्छा भी हो सकता है के रचयिता धीरेंद्र नाथ श्रीवास्तव के सुखद स्वास्थ्य की कामना करते हुए अपनी कविता के माध्यम से कुछ इस प्रकार बधाई देते हुए कहा- “हो बधाई बहुत सारी शुभकामना,आज की ए खुशियां तहे दिल मुबारक– । वहीं उन्होंने अपनी कविता को स्वर देकर, खिड़की के रास्ते जन सामान्य की समस्या और करुण चीत्कार की तरफ लोगों का ध्यान खींचकर सोचने पर मजबूर कर दिया। जिसका बोल था”चलो खिड़की से हम झांकें, जहां नजरों पे पहरा है”—।
कार्यक्रम में कविता के माध्यम से कार्यक्रम को ऊंचाई प्रदान करने वाले वरिष्ठ रचनाकारों को लोक नायक जयप्रकाश नारायण स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया। इस मौके पर राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय,अनिल चौधरी,डा०संजय पंकज, डाक्टर शकील मोइन,एस एस मेहरा,शेखर राय, युग जागरण के संपादक अनिल त्रिपाठी, कवित्री पुष्पलता सिंह,नूतन दुबे,राजनाथ शर्मा, सहित काफी संख्या में गणमान्यजन उपस्थित रहे।

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