श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से नष्ट होते हैं जन्म जन्मांतर के विकार

गाजीपुर। सादात थाना क्षेत्र के जूनियर हाईस्कूल डढ़वल के प्रांगण में चल रहे भागवत कथा में उत्तराखंड के कथा वाचक संत लालजी ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा सुनने मात्र से मनुष्य के जन्म जन्मांतर का विकार नष्ट होता है तथा इससे प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है।
उन्होंने कहा कि भागवत कथा श्रवण से मन में शुद्धता और संस्कार की भावना जागृत होती है। मन के सभी संशय दूर होने से शांति तथा मुक्ति मिलती है। उन्होंने कहा कि जहां अन्य युगों में धर्म लाभ एवं मोक्ष प्राप्ति के लिए कड़े प्रयास करने पड़ते थे, वहीं कलियुग में भागवत कथा सुनने और सत्याचरण मात्र से व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है। यदि सच्चे मन और पवित्र भाव से कथा श्रवण की जाये तो तो वह कल्पवृक्ष के समान लाभदायक होती है, जिससे सभी इच्छाओं की पूर्ति की जा सकती है।
इस अवसर पर,मुख्य अतिथि भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष बृजेन्द्र राय ने प्रसाद स्वरूप गांव की दो दर्जन से अधिक जरूरतमंद महिलाओं को वस्त्र वितरित किया। लाभान्वित होने वाली महिलाओं में दुर्गावती देवी, दुलरा, कुन्ता, कुसुम, उर्मिला, लालती आदि रही। भाजपा नेता वृजेन्द्र राय ने अपने सम्बोधन में कहा कि कहा कि कथा की सार्थकता तब सिद्ध होती है जब हम इसे अपने जीवन में व्यवहारिक रूप में धारण कर निरंतर हरि स्मरण करते हुए अपने जीवन को आनंदमय, मंगलमय बनाकर अपना आत्म कल्याण करें। यह कथा केवल कानों के रस तक ही सीमित रखने से इसका विशेष लाभ नहीं मिल सकेगा। इस अवसर पर कुंदन सिंह, फैयाज अहमद, दिनेश सिंह सिन्टू, पुनीत तिवारी, प्रदीप गोंड़, संग्राम प्रजापति आदि उपस्थित रहे।

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