सकारात्मक माहौल से ही बच्चे का पूर्ण शारीरिक एवं मानसिक विकास सम्भव

गाजीपुर। पॉजिटिव पेरेंटिंग-सकारात्मक व्यवहार पर आयोजित परिचर्चा नगर के तुलसी सागर स्थित न्यू होराइजन एकेडमी के रिपब्लिक हाल में सम्पन्न हुई। परिचर्चा में जनपद के ख्याति प्राप्त मनोवैज्ञानिक तथा अभिभावकों का एक सम्मेलन सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य वक्तव्य प्रस्तुत करते हुए क्रिएटिव विज़न सोसाइटी के प्रबंध निदेशक प्रो. अमर नाथ राय ने बच्चों के प्रति माता-पिता के सकरात्मक व्यवहार के विविध विन्दुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हमें बच्चों के मन की बात जानने की कोशिश करनी होगी। हम स्वयं धनात्मक विचारों का पोषण कर तदनुरूप आचरण करें, तभी बच्चों के संतुलित विकास की रूपरेखा तैयार की जा सकती है। हमें अपने बच्चों में बोलने की आदत डालनी चाहिए। साथ ही उन्हें प्रश्न पूछने के लिए भी प्रेरित करना चाहिए। प्रो. राय ने माता-पिता और अभिभावकों को अपने बच्चों के लिए अतिरिक्त संरक्षण भाव रखने से बचने की सीख दी।

परिचर्चा में पूरक व्याख्यान प्रस्तुत करती हुई स्वामी सहजानंद पीजी कालेज की मनोविज्ञान विषय की युवा प्राध्यापिका सुश्री तूलिका श्रीवास्तव ने सकारात्मक पालन- पोषण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमें बच्चों का मनोविज्ञान समझना होगा। घर में एक सकारात्मक माहौल बच्चे के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए औषधि का कार्य करता है।
परिचर्चा के द्वितीय सत्र में डॉ. यशवंत सिंह ने अभिभावकों के प्रश्नों का सिलसिलेवार उत्तर दिया तथा उन्हें अपने बच्चों की स्कूलिंग और घर में उनके क्रियाकलापों पर सतर्क दृष्टि रखने को कहा।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए क्रिएटिव विज़न सोसाइटी के सचिव प्रो. अजय राय ने कहा कि बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए स्कूल और परिवार दोनों के स्तर से समन्वित प्रयास की जरूरत है। औद्योगिक विज्ञानवाद के इस युग मे हमें शिक्षा और शिक्षार्थी को उपभोक्तावाद से बचना होगा। यह एक दुरूह कार्य है जो पॉजिटिव एटीट्यूडस से ही सम्भव हो सकता है.श।
कार्यक्रम में श्रीमती किरणबाला राय, सीमा राय, सुनीता मिश्रा, अभिषेक श्रीवास्तव, रेनू राय, सुष्मिता, अरीबा, विभा, आराधना सहित अनेक अभिभावक गण उपस्थित रहे।

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