रंजिश और पैसे का लेनदेन बना मौत का कारण

गाजीपुर। थाना दिलदारनगर व स्वाट टीम ने गला रेत कर हत्या किये जाने की घटना का अनावरण करते हुए दो अभियुक्तों को, फुल्ली नहर पुलिया थाना दिलदारनगर जनपद गाजीपुर से समय 15.45 बजे, गिरफ्तार कर लिया है।
उक्त जानकारी पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने अपने कार्यालय में पत्र प्रतिनिधियों को दी। बताया गया कि 26/ 27 अप्रैल की रात को ग्राम शेरपुर के सिवान में स्थित खेत में ग्राम मुहम्मदपुर थाना जमानियां के रहने वाले बदरे आलम पुत्र स्व. मोबिन खान की गला रेतकर हत्या की घटना के सम्बन्ध मे थाना पर पंजीकृत मुकदमें से सम्बन्धित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक द्वारा थाना पर टीम गठित की गयी थी, जिसमें स्वाट व सर्विलांस टीम को भी लगाया गया था।
हत्यारों की सुरागरसी में लगी पुलिस टीम ने गुरुवार को प्रभारी निरीक्षक दिलदारनगर कमलेश पाल के नेतृत्व में मुखबिर की सूचना पर अभियुक्त सन्दीप गुप्ता पुत्र ईश्वरचन्द गुप्ता निवासी ग्राम मुहम्मदपुर थाना जमानियां जनपद गाजीपुर व सोनू उर्फ सूरजभान पासी पुत्र मुखराम पासी निवासी ग्राम बेटावर कला थाना जमानियाँ जनपद गाजीपुर को गिरफ्तार कर लिया। उनके कब्जे से घटना मे प्रयुक्त दो आलाकत्ल चाकू/ बाँका बरामद किया गया। अपना जुर्म स्वीकार करते हुए अभियुक्त सन्दीप गुप्ता ने बताया कि मेरे गाँव के बदरे आलम ने मुझे एक लाख रूपया वर्ष 2021 में उधार में दिये थे, जिसका ब्याज दस प्रतिशत था, इस वर्ष फरवरी माह में मेरे पिता जमीन बेचकर बदरे आलम को एक लाख रूपया वापस किये थे, लेकिन बदरे आलम मुझसे अक्सर तगादा करते हुए मेरे दुकान पर आते थे और कहते थे, कि तुम्हे एक लाख बीस हजार रूपया और देना है, बदरे आलम से मेरे गांव के अब्बास पुत्र मुर्तजा खाँ की तालाब के विवाद को लेकर दुश्मनी हो गयी थी, बदरे आलम अब्बास के खिलाफ अक्सर प्रार्थना पत्र देता था, और गाँव मे घुमकर बदरे आलम कहता था, कि मै अब्बास की सम्पत्ति की जाँच कराऊंगा। अब्बास हिरोईन की तस्करी में कई बार जेल भी जा चुका है, जिसके कारण अब्बास बदरे आलम से बहुत रंजिश रखने लगा था, करीब एक माह पहले अब्बास ने मुझसे कहा कि यदि तुम किसी तरह बदरे आलम को शेरपुर मुसहर बस्ती पुलिया के पास ले आओ तो मैं तुम्हे बीस लाख रूपया दूंगा। पहले तो मै तैयार नही हुआ, लेकिन बार बार बदरे आलम के तगादा करने से बचने व पैसा न देना पड़े तथा बीस लाख रूपया भी मिल जायेगा, यह सोचकर मेरे मन में लालच आ गया और मैने सोचा कि यदि बदरे आलम मर जायेगा तो मुझे उसको पैसा नही देना पड़ेगा और बीस लाख रूपया अब्बास से मिल जायेगा और मेरी गरीबी दूर हो जायेगी।
मैने अपने मित्र सोनू उर्फ सूरज भान पासी को इस काम के लिए तैयार किया, मैने कहा कि तुम्हे मै पचास हजार रूपया दूंगा, और काम के बाद फिर पचास हजार रूपया और तुम्हे मिल जायेगा। एक आदमी जो मेरे गाँव का रहने वाला है, उसको मारना है, सोनू भी लालच मे आ गया, और प्लान करके गत 25 अप्रैल को मैने अपने मोबाईल से बदरे आलम को फोन मिलाकर सोनू से बात कराया जिस पर सोनू ने प्लान के तहत कहा कि सन्दीप का पैसा मेरे पास है। आप कल पाण्डेय मोड़ के पास सन्दीप के साथ आ जाईयेगा, मै पैसा दे दूंगा। दिनांक 26 अप्रैल 2022 को मै बदरे आलम को झाँसे मे लाकर अपने साथ ले गया, जहाँ पर पहले से मौजूद सोनू उर्फ सूरजभान पासी, अब्बास व उसके साथियों ने मिलकर बदरे आलम को पकड़ लिया, सोनू तथा मैने चाकू / बाँका से बदरे आलम के शरीर पर कई वार किये जिससे उनकी मृत्यु हो गयी। अभियुक्तों की निशादेही पर घटनास्थल से थोड़ी दूर स्थित बबूल के पेड़ की झंखाड मे छिपाकर रखा गया आलाकत्ल भी बरामद कराया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध आवश्यक विधिक कार्यवाही करते हुए उन्हें न्यायालय में पेश किया गया।
गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक दिलदारनगर कमलेश पाल, निरीक्षक रमाकान्त यादव, वरिष्ठ उपनिरीक्षक चन्द्रशंकर मिश्र,उपनिरीक्षक शशिचन्द चौधरी सर्विलांस तथा उपनिरीक्षक राकेश सिंह स्वाट प्रभारी व उपनिरीक्षक सचिन सिंह थाना दिलदारनगर, मुख्य आरक्षी संजय सिंह रजावत व संजय कुमार पटेल तथा आरक्षी संजय प्रसाद सर्विलांस सेल एवं आरक्षी महेन्द्र यादव व प्रमोद सरोज स्वाट टीम और आरक्षीगण महेश पाल, मनोज दूबे व शत्रुन्जय यादव थाना दिलदारनगर जनपद गाजीपुर शामिल रहे।

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