संत परम्परा, देश परम्परा और किसान परम्परा के लिए प्रसिद्ध है यह जिला – महामंडलेश्वर

गो सेवा से होती है मनोकामना की पूर्ति

गाजीपुर। सिद्धपीठ हथियाराम मठ के 26वें पीठाधिपति महामंडलेश्वर स्वामी श्री भवानी नंदन यति जी महाराज ने भक्तजनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भक्त और भगवान में प्रगाढ़ संबंध है। चाहे भगवान हों या भक्त, हर कोई सच्चे प्रेम का भूखा होता है। यह बात हम सन्त महात्माओं पर भी लागू होती है। गो सेवा की चर्चा करते हुए कहा कि इससे सारे मनोरथ पूर्ण होते हैं। साधू महात्माओं के साथ साथ भगवान ने भी गो सेवा की है। कालीधाम पर दर्शन पूजन हेतु श्रद्धालुओं की भारी भीड़ दिन भर लगी रही।

महामंडलेश्वर स्वामी महाराज ने यह बातें प्रसिद्ध कालीधाम मन्दिर हरिहरपुर पर चल रहे नवरात्र महोत्सव के दौरान गुरुवार को पत्र प्रतिनिधियों से भेंट के दौरान व्यक्त की। स्वामी भवानी नन्दन यति ने जनपद के पत्रकारों की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि जिले के पत्रकार काफी सहज और शांत स्वभाव के हैं, जो अन्यत्र कम ही देखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि यह जिला संत परम्परा, देश परम्परा और किसान परम्परा के लिए प्रसिद्ध है। उन्होंने कहा कि संकल्प को विकल्प में बदलने वाला जीव कभी सफल नहीं होता है। संकल्प मजबूत होने से कठिन से कठिन काम भी सरलता से सम्पन्न हो जाते हैं। अगर संत, मुनियों की छाया जीव पर आ जाए तो उनका जीवन सुधर जाता है। उन्होंने कहा कि दीन-दुखियों की सेवा के साथ ही प्रभु का स्मरण करना चाहिए। इससे सुख, शांति और समृद्धि मिलती है। महामंडलेश्वर ने पत्र प्रतिनिधियों को आशिर्वचन स्वरूप प्रसादादि वितरित कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। तत्पश्चात उपस्थित भक्तजनों ने महाप्रसाद ग्रहण कर अपने को धन्य किया। उपस्थित पत्रकार बन्धुओं में सत्येन्द्र शुक्ला, शिवानन्द राय,अनिल उपाध्याय, अशोक श्रीवास्तव,अविनाश प्रधान, विनोद पांडेय, प्रमोद राय, कमलेश यादव, रवि कांत पांडेय, अजय राय बबलू, उपेंद्र यादव, मोहन तिवारी, संजय कुमार, आलोक त्रिपाठी, सूर्यवीर सिंह, आशुतोष त्रिपाठी, अनिल कश्यप, शिव कुमार, शिव प्रताप तिवारी, नीरज यादव, प्रदीप शर्मा, कमल किशोर, राधेश्याम जायसवाल व सतीश जायसवाल सहित काफी संख्या में वरिष्ठ पत्रकार गण उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सम्पन्न कराने में मयंक कुमार सिंह, शिवम राय सहि स्वयं सेवको की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कार्यक्रम का संचालन डा.ए.के.राय ने किया।

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