कीर्तिमान – दुर्लभ आपरेशन कर मूत्राशय से निकाली सात सौ ग्राम की पथरी, बचायी मरीज की जान

गाजीपुर। महर्षि विश्वामित्र राजकीय मेडिकल कॉलेज ने अपनी शैशवावस्था में ही दुर्लभ आपरेशन कर नया कीर्तिमान स्थापित करना आरंभ कर दिया है। पहले गाजीपुर की जनता अपनी स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर काफी परेशान रहती थी। लोगों को छोटी मोटी बिमारियों के लिए भी मऊ व बनारस भागना पड़ता था। काफी समय बीतने के बाद सरकार ने गाजीपुर के लोगों की चिर परिचित मांग को संज्ञान में लेते हुए मेडिकल कालेज आरम्भ कराया।
अपने विशेषज्ञ चिकित्सकों व शल्य चिकित्सकों के भरोसे इस मेडिकल कालेज ने अपने आरम्भिक काल में ही नये कीर्तिमान बना दिये और जनता इसका पूरा लाभ उठा रही है।
सोमवार को इस नये मेडिकल कॉलेज के
आचार्य व सर्जन डा. अरुण कुमार पांडेय ने
अपनी सहयोगी टीम के साथ दुर्लभ ऑपरेशन करते हुए रोगी के मूत्राशय में मौजूद 700 ग्राम की पथरी को तोड़कर बाहर निकाल कर मरीज की जान बचायी।
उल्लेखनीय है कि गोराबाजार निवासी पचास वर्षीय झमेटू पिछले काफी समय से पेशाब की परेशानी झेल रहा था परन्तु कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण ईलाज नहीं करा पा रहा था। दर्द और जलन की मार झेलते हुए, असह्य स्थिति से जुझते हुए अन्ततः वह राजकीय मेडिकल कालेज से सम्बद्ध जिला अस्पताल पहुंचा और शल्य चिकित्सा विभाग में पहुंच कर अपनी स्थिति बताई। कहा कि उसे पेशाब करने में दर्द और जलन होती है तथा मूत्र के साथ खून आ रहा है। वहां मौजूद सर्जन डॉ. अरुण कुमार पांडेय व सीनियर रेजिडेंट डॉ. रवि प्रकाश ने उसकी जांच करायी तो मूत्राशय में करीब 700 ग्राम की पथरी देखी।
डॉ. अरुण कुमार पांडेय ने बताया कि यह दुर्लभ केस रहा क्योंकि सामान्यतः व्यक्ति के मूत्राशय की पूरी क्षमता ही तकरीबन 700 एमएल की होती है,तो फिर उसकी थैली में वहां पेशाब कैसे एकत्र होता होगा।
जांच-पड़ताल के बाद सोमवार को मरीज का ऑपरेशन किया गया और करीब तीन घंटे की मेहनत से,मूत्राशय से 700 ग्राम की पथरी को तोड़कर बाहर निकाला गया। जिला अस्पताल में यह ऑपरेशन निशुल्क किया गया। सर्जरी टीम में डॉ. अरुण कुमार पांडेय और डॉ. रवि प्रकाश के अतिरिक्त बेहोशी के चिकित्सक डॉ. उदय सिंह और ओटी टेक्निशियन विवेक कुमार उपाध्याय आदि रहे।
सर्जरी सफल होने पर मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य डॉ. आनंद मिश्रा ने पूरी टीम की सराहना करते हुए उन्हें उनकी सफलता पर बधाई दी।

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