एड्स मरीजों का इलाज मुफ्त, जागरूकता से ही दूर होगा एचआईवी

गाजीपुर। एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता पैदा करने हेतु विश्व एड्स दिवस पर राइफल क्लब सभागार में जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में जन जागरूकता गोष्ठी का आयोजन सम्पन्न हुआ। इस दौरान चलाये गये हस्ताक्षर अभियान में जिलाधिकारी ने हस्ताक्षर कर अभियान को आगे बढ़ाया। टं
      जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार, स्वास्थ्य विभाग, ग़ैर सरकारी संगठन और अन्य समाजसेवी एड्स की रोकथाम और नियंत्रण के लिए जागरूकता फैला रहे हैं। ऐसे कार्यक्रमों को संगोष्ठी तक सीमित नहीं रखकर उनका आयोजन उन जगहों पर होना चाहिए जहां पर मरीजों की संख्या अधिक हो।
    मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ हरगोविंद सिंह ने बताया कि विश्व एड्स दिवस को मनाने का उद्देश्य एचआईवी/एड्स के बारे में हर उम्र के लोगों के बीच जागरूकता को बढ़ावा देना है। शुरुआती दौर में विश्व एड्स दिवस को सिर्फ बच्चों और युवाओं से ही जोड़कर देखा जाता था,  जबकि एचआईवी संक्रमण किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। एचआईवी एक प्रकार के जानलेवा इंफेक्शन से होने वाली गंभीर बीमारी है। मेडिकल भाषा में ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम यानि एचआईवी के नाम से जाना जाता है। 
       बताया गया कि जनपद गाजीपुर में एचआईवी के 1704 मरीजों का जिला अस्पताल के एआरटी सेंटर में निःशुल्क इलाज किया जा रहा है। एड्स के मरीजों के नाम और पहचान सार्वजनिक नहीं की जा सकती| इसके अलावा टीबी के साथ एचआईवी के मरीजों की संख्या 28 है जिनका निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रुपये डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में भेजा जा रहा है।
क्षय रोग विभाग के जिला कार्यक्रम समन्वयक मिथिलेश सिंह ने बताया कि जनपद गाजीपुर में सबसे अधिक एड्स के मरीज जनपद के बिरनो ब्लॉक का गांव है जहाँ मरीजों की संख्या करीब 78 है और सभी लोगों का नि:शुल्क इलाज चल रहा है। इसके साथ वहाँ लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।
    कार्यक्रम में डॉ. के के वर्मा, डॉ डीपी सिन्हा, डॉ एसडी वर्मा ,डॉ मनोज सिंह डॉ उमेश कुमार के साथ ही एआरटी सेंटर, क्षय रोग विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

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