मनायी गयी ब्रह्मलीन महंत स्वामी बालकृष्ण यतिजी महाराज की आठवीं पुण्यतिथि

गाजीपुर। अध्यात्म जगत में मजबूत स्तंभ के रूप में स्थापित सिद्धपीठ हथियाराम मठ के 25वें पीठाधीपति ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी बालकृष्ण यति देश भर के संत, विद्वतजनों में पूजनीय रहे हैं। उनके ज्ञान व तप का लोहा पूरा संत समाज मानता रहा है। उनके प्रकाश से ही आज यह सिद्धपीठ आलोकित है।

यह बातें सिद्धपीठ के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनंदन यति जी महाराज ने बुधवार को ब्रह्मलीन महंत स्वामी बालकृष्ण यतिजी महाराज की आठवीं पुण्यतिथि पर कहीं। उन्होंने कहा कि अपने गुरु के बताए मार्ग का अनुशरण कर सिद्धपीठ को निरन्तर ऊंचाई प्रदान करने के लिए प्रयासरत हूं। प्राचार्य डॉ. रत्नाकर त्रिपाठी ने कहा कि ब्रह्मलीन गुरु महाराज ने योग्य उत्तराधिकारी का चयन किया, जो आज मठ का चतुर्दिक विकास करते हुए नित नये आयाम स्थापित कर रहे हैं। अनवरत दो माह तक चलने चातुर्मास महायज्ञ के आरम्भ में सावन कृष्ण पक्ष पंचमी तिथि को ब्रह्मलीन यति महाराज की पुण्यतिथि वैदिक व धार्मिक रीति-रिवाज के साथ मनाई गई। स्वामी भवानीनंदन यति जी महाराज ने सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में रुद्राभिषेक किया। सिद्ध संतों की समाधि स्थल पर माल्यार्पण व आरती उतारकर गुरु पूजन करते हुए ब्रह्मलीन संत को श्रद्धांजलि अर्पित किया। स्वस्ती वचन के बीच कर्नल आरपी सिंह की पत्नी मंजू सिंह ने गोदान किया। महामंडलेश्वर ने मातृ शक्ति स्वरूप उपस्थित महिलाओं और कन्या महाविद्यालय की शिक्षिकाओं को वस्त्र आदि दान किया। ब्रह्मलीन यति महाराज द्वारा स्थापित कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डा. रत्नाकर त्रिपाठी शिक्षिका डा. अमिता दूबे, आरती सिंह, रिंकू सिंह, सुनीता मौर्या आदि ने महाविद्यालय प्रांगण में विद्यमान संस्थापक स्वामी बालकृष्ण यति की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित किया। इस अवसर पर आचार्य सुरेश त्रिपाठी, डॉ. रत्नाकर त्रिपाठी, शैलेन्द्र सिंह, हरिद्वार सिंह, गंभीर सिंह, श्रवण तिवारी, लवटू प्रसाद आदि उपस्थित रहे।

Visits: 34

Leave a Reply