महिला घरेलू हिंसा विषयक जनसुनवाई कार्यक्रम में प्रस्तुत की गयी रिपोर्ट – लड़कियों को घर से निकलने पर होती है रोक-टोक

गाजीपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कासिमाबाद पर ब्रेकथ्रू ट्रस्ट व ग्रामीण विकास संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में महिला घरेलू हिंसा पर जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में नारी संघ द्वारा प्रस्तुत सर्वे के आधार पर बताया गया कि 13 गांवों के आंकडे़ चौकाने वाले रहे। सर्वे के आंकड़ों को देखने से पता चला कि 70 प्रतिशत लड़कियों को घर से बाहर निकलने पर रोक-टोक होती है। वहीं 33 प्रतिशत लोगों का मानना था की लडकियों का विवाह उनके मर्जी के विरुद्ध कर दिया जाता है। वहीं 76 प्रतिशत लोगों का मानना रहा कि लडकियों से भेदभाव का कारण उनको पराया धन समझना है और 96 प्रतिशत लोगों का यह मानना था कि उन्होंने हिंसा होते हुए देखा है। जिसमें गाली देना,चोट पहुचाना, डांटना, ताने देना, यौनिक हिंसा का प्रतिशत ज्यादा रहा है। जबकि 93 प्रतिशत लोगों ने कहा कि किशोरों पर हिंसा रोकने के लिए ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण समिति की जानकारी उन्हें नहीं है। बाल संरक्षण अधिकारी ने बताया कि पीड़ित महिला, घरेलू हिंसा पर कहां-कहां शिकायत कर सकती हैं। साथ ही साथ 1090 और 181 जैसी हेल्पलाइन की भी जानकारी दी गयी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक डा. राजेश सिंह ने हिंसा और महिला स्वास्थ्य पर जानकारी दी और कहा कि सभी को समान स्वास्थ्य का अधिकार है। इसलिए जनमानस को इसमें भेदभाव नहीं करना चाहिए। कार्यक्रम में चाइल्ड लाईन से आये मनोज कुमार सिंह ने बाल हिंसा पर प्रकाश डाला। कहा कि कहीं भी बच्चों के साथ हिंसा हो रही है, तो 1098 पर कॉल करें। स्थानीय पुलिस प्रभारी सुनील शुक्ल ने महिलाओं द्वारा उठाये गए प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि पुलिस सदैव सहयोग के लिए तत्पर है। आप सभी कहीं भी हिंसा हो रही है, तो निर्भीक होकर 112 पर कॉल करें या थाना आकर रिपोर्ट दर्ज करायें।
स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी पंकज कुमार, आशा, सरिता, अरशद जमाल, अरशद अहमद, अकिल अहमद सहित टीम चेंज लीडर प्रतिभा विशकर्मा व विभिन्न गांवों की नारी संघ लीडरों ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम के संचालक परियोजना प्रबंधक मनोज तिवारी ने सभी की सक्रिय सहभागिता के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

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