गले का फांस बना सीसी एकाउंट

गाजीपुर । कोरोना महामारी के चलते लॉक डाउन मे व्यापारियों को बैंक से ब्याज की छूट का झांसा देकर खाता धारकों के सीसी एकाउंट से हजारों रुपये ब्याज के रूप में काटने की सूचना पर व्यापारियों में हड़कम्प मच गया है।
दुल्लहपुर से प्राप्त जानकारी के अनुसार,
सीसी खाताधारकों के खाते से अठारह हजार से लेकर छत्तीस हजार रुपए ब्याज के रूप में काटने का मैसेज जब व्यापारियों को प्राप्त हुआ तो उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। व्यापारी वर्ग बैंक की इस मनमानेपूर्ण कार्यवाही से काफी आक्रोशित है। उनका कहना है कि ब्याज माफी के लिए सरकार ने लॉकडाउन में बंदी की मार झेल रहे व्यापारियों की सुविधाओं को देखते हुए राहत पहुंचाने के उद्देश्य से ब्याज माफ करने की बात कही थी। यदि ऐसा संभव नहीं था तो हर माह ब्याज क्यों नहीं लिया गया। अब अचानक 5 महीने बाद एकाएक बैंक खाते से ब्याज के रूप में पैसा काट लिया गया और इसके बाद खाताधारकों को नोटिस भेजी गई, यह कहां तक उचित है? गरीबी की मार झेल रहा व्यापारी किसी तरह से अपने परिवार का पेट पाल रहे थे, ऐसे में सरकार की पॉलिसी का लाभ लेकर बैंक से सीसी बनवाया था। उनको क्या पता था कि यह सुविधा उनके गले की ही फांस बन जाएगी। व्यापारियों का कहना है कि आज सरकार और बैंक दोनों व्यापारियों को कमजोर करने पर तुले हुए हैं।
बताते चलें कि दुल्लहपुर कस्बा में स्थित इंडियन बैंक की शाखा से खाताधारक संतलाल गुप्ता, महेश गुप्ता, संजय गुप्ता, फतिम गुप्ता, भोला मोदनवाल, प्रमोद राजभर, प्रदीप विश्वकर्मा, राजेश गुप्ता सहित आठ व्यापारियों को नोटिस भेजी गई है। रिपोर्ट – संजय चौबे

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