साहित्य सृजन में “भारतेंदु हरिश्चंद्र सम्मान” डा.विजयानन्द को

गाजीपुर।जिले के जखनियां तहसील के मनिहारी क्षेत्र पंचायत के बखरा ग्राम के मूल निवासी वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.विजयानन्द को उनकी साहित्यिक सेवाओं एवं नाट्यलेखन के लिए हिंदुस्तानी एकेडमी , प्रयागराज ने “भारतेंदु हरिश्चंद्र सम्मान” से विभूषित करने का निर्णय लिया है।
हिंदुस्तान एकेडमी के अध्यक्ष डॉ०उदय प्रताप सिंह के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार डॉ.विजयानंद को उनके एकांकी नाटक संग्रह “धर्म चक्र” के लिए भारतेंदु हरिश्चंद्र सम्मान से विभूषित किया जाएगा। इस सम्मान के तहत माननीय मुख्यमंत्री उ०प्र० द्वारा उन्हें दो लाख रुपये की धनराशि , सम्मान पत्र व शाल आदि प्रदान कर सम्मानित किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में प्रयागराज के झूंसी में रहकर वे साहित्य साधना में लीन हैं। इनका प्रथम काव्य संग्रह 1985 में “संबोधन” नाम से प्रकाशित हुआ था और तब से वह हिंदी साहित्य की अनवरत सेवा में समर्पित हैं। उनके खंडकाव्य ” शिवा शौर्य ” पर डां. विवेकी राय जी ने ‘ गाजीपुर जनपद सृजन की ओर ‘ शीर्षक में आलेख लिखा था।अब तक हिंदी साहित्य की विभिन्न विधाओं में इनकी 52 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। इन्हें उत्कृष्ट लेखन के लिए वर्ष 2002 में उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान, लखनऊ द्वारा “मोहन राकेश नाटक पुरस्कार” तथा वर्ष 2014 में “बाल साहित्य सम्मान” से पुरस्कृत तथा देश- विदेश की अनेक संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।
डॉ.विजयानंद की इस उपलब्धि पर बुद्धिजीवियों, साहित्यकारों, पत्रकारों तथा समाजसेवियोंं ने हर्ष व्यक्त किया है। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के जिला महामंत्री डॉ० एके राय, पीजी कॉलेज मलिकपूरा के पूर्व प्राचार्य डॉ० पीएन सिंह, प्राचार्य डॉ० (श्रीमती) पुष्पा सिंह, डॉ० दिनेश सिंह, वरिष्ठ पत्रकार सत्येंद्र नाथ शुक्ल, बृजबिहारी पांडेय, प्रमोद राय, रामजन्म कुशवाहा, नीरज यादव, प्रकाश गुप्ता, कवियत्री रश्मि शाक्या, पूजा राय, गौरीशंकर पाण्डेय, रमाकांत तिवारी सहित लोगों ने उनको शुभकामना देते हुए उनके उज्जवल भविष्य कामना की है।

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