राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित होंगे वित्त विहीन विद्यालयो के शिक्षक

गाजीपुर । प्रदेश के हाई स्कूल और इंटरमीडिएट कालेजो मे कार्यरत शिक्षको को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए अभी तक राष्ट्रीय स्तर पर सरकार द्वारा “राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार” और प्रदेश स्तर पर” राज्य अध्यापक पुरस्कार” देने की व्यवस्था की गई थी । लेकिन अब प्रदेश सरकार ने इन दोनो पुरस्कारो के साथ ही अशासकीय वित्त विहीन विद्यालयो मे कार्यरत शिक्षको लिए ” मुख्यमंत्री अध्यापक पुरस्कार ” देने की घोषणा कर दी है । यह पुरस्कार शिक्षा के क्षेत्र मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षको को ही दिया जाएगा । सरकार की इस घोषणा से ऐसे शिक्षको मे नई ऊर्जा का संचार होगा । यह पहला अवसर है जब किसी सरकार द्वारा वित्त विहीन अंशकालिक शिक्षको के हित के लिए पुरस्कार देने की घोषणा की गई है । इस पुरस्कार की प्राप्ति से निश्चित ही ऐसे शिक्षको का उत्साहवर्धन होगा और वे अपने शिक्षण कार्य को और प्रभावशाली बनाने मे पीछे नही रहेगे । इस संबंध मे जिला विद्यालय निरीक्षक डा ओ पी राय का दिशा-निर्देश समस्त प्रधानाचार्यो को प्राप्त हो चुका है । “मुख्यमंत्री अध्यापक पुरस्कार ” के लिए आन लाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 जुलाई निश्चित की गई है । इस तिथि तक आन लाइन की हार्ड कापी भी जिला कार्यालय पर जमा करनी होगी ।
प्रतिभा सम्पन्न शिक्षको द्वारा अपने सेवाकाल मे शैक्षिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्र हित मे किए गए उत्कृष्ट कार्यो के लिए उन्हे सम्मानित करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार और राज्य अध्यापक पुरस्कार दिया जाता है । ठीक उसी आधार पर वित्त विहीन विद्यालयो के शिक्षको को “मुख्यमंत्री अध्यापक पुरस्कार ” देने की भी व्यवस्था की गई है ।राष्ट्रीय एव राज्य अध्यापक पुरस्कार एसोसिएशन के वाराणसी मंडल के अध्यक्ष एव राज्य अध्यापक पुरस्कार प्राप्त प्रधानाचार्य राम अवतार यादव ने सरकार द्वारा वित्त विहीन विद्यालयो के शिक्षको के लिए “मुख्यमंत्री अध्यापक पुरस्कार,” दिए जाने की घोषणा का स्वागत किया है । उन्होंने कहा कि इससे वित्त विहीन विद्यालय के शिक्षको मे शैक्षिक कार्य के प्रति लगन बढेगी । यह पहला अवसर है जब इस तरह के पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। इससे पहले भारत सरकार ने सन् 1958 मे राष्ट्रीय स्तर पर “राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार” और प्रदेश स्तर पर राज्य सरकार ने सन् 1964 मे” राज्य अध्यापक पुरस्कार ” देने की शुरुआत की थी। तब से यह पुरस्कार प्रति वर्ष शिक्षक दिवस के अवसर पर 05 सितंबर को दिया जाता है । उन्होने बताया कि जिले के 36 शिक्षको को अब तक यह दोनो पुरस्कार मिल चुका है । जिसमे 21 शिक्षको ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार और 15 शिक्षको ने राज्य अध्यापक पुरस्कार प्राप्त किया है । इनमे से तीन शिक्षक राजकीय माध्यमिक विद्यालयो , एक डायट और 32 शिक्षक प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयो के शामिल है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री अध्यापक पुरस्कार की घोषणा पर वित्त विहीन के शिक्षको ने प्रसन्नता जाहिर की है।

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