भंडाफोड़ ! वास्तविक अनामिका शुक्ला कहीं भी शिक्षक नहीं

गोंडा,10 जून 2020। उत्तर प्रदेश के कई जनपदों के कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में अनामिका शुक्ला के नाम पर कार्यरत शिक्षिकाओं की असलियत अब सामने आने लगी है।
बताते चलें कि पिछले सप्ताह से अनामिका शुक्ला के नाम से प्रदेश के कई जनपदों के कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में शिक्षिका की नौकरी करने का मामला प्रकाश में आया था।इस मामले की शासन स्तर से जांच चल रही है और इसके खुलासे के लिए एसटीएफ भी कार्य कर रही है। जब इस मामले की तह तक पहुंचा गया तो पता लगा कि अनामिका शुक्ला के फर्जी दस्तावेजों के नाम पर अन्य शिक्षिकाएं नौकरी कर रही हैं। पिछले कई दिनों से चल रहे हाई प्रोफाइल ड्रामे में आज वास्तविक अनामिका शुक्ला स्वयं बेसिक शिक्षा अधिकारी से मिलने पहुंची। उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि उन्होंने कभी भी कस्तूरबा गांधी विद्यालय में कार्य नहीं किया है।
बताया गया है कि वास्तविक अनामिका शुक्ला गोंडा जिले के सीरबनकट के इटियाथोक की निवासी हैं और उनकी शिक्षा व शादी भी इसी जिले में हुई है। वह अपने पति और बच्चे के साथ रह रही है। अपने नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े की जानकारी और इससे जुड़ी खबरों की जानकारी पर परेशान अनामिका शुक्ला स्वयं बेसिक शिक्षा विभाग कार्यालय पर आ धमकी और बेसिक शिक्षा अधिकारी इंद्रजीत प्रजापति से मिलकर अपने सारे मूल अभिलेखों को दिखाते हुए विस्तार से जानकारी दी। अनामिका ने कहा कि वर्ष 2017 में उन्होंने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में विज्ञान शिक्षक के लिए सुल्तानपुर, जौनपुर, बस्ती, मिर्जापुर और लखनऊ में आवेदन किया था परन्तु बच्चा छोटा होने के कारण वे कहीं भी काउंसिलिंग के लिए नहीं गयी। उन्होंने कहा कि मैंने कहीं भी कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय में नौकरी नहीं की है, न ही वह इस समय नौकरी कर रही हूं। मेरे अभिलेखों का गलत प्रयोग कर अन्य लोगों के द्वारा कई जनपदों में नौकरी की गयी है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी इंद्रजीत प्रजापति ने बताया है कि अनामिका गोंडा की हैं,परन्तु उन्होंने किसी कस्तूरबा विद्यालय में नौकरी नहीं की है। उसके शैक्षिक प्रमाण पत्रों में फर्जीवाड़ा कर अन्य लोगो ने फर्जी नौकरी पा ली थी ।अब इसकी पूरी रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है।

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