लॉकडाउन में खुलेंगी खाद-बीज की दूकान, कृषि कार्य में लगे श्रमिकों को भी छूट

लखनऊ, 27 मार्च 2020। कोरोना से बचाव हेतु उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के किसानों को बड़ी राहत दी है। लॉकडाउन के दौरान भी खाद-बीज, कृषि रक्षा रसायनों की थोक और फुटकर दुकानें पहले की तरह खुल सकेंगी।
प्रधानमंत्री द्वारा लॉकआउट कोरोना वायरस से बचाव के आदेश का पालन करते हुए सबको सुरक्षित रहना आवश्यक है। ऐसे में लोग जरूरत पड़ने पर ही घर से निकले। किसानों को कोई जलालत नहीं झेलनी पड़ेगी। खेती के कार्य से घर से निकलने वाले किसान मार्क्स सैनिटाइजर जैसी वस्तुओं का उपयोग करें। खेती के कार्य में लगे लोग भी समूह से दूर रहकर फसलों की कटाई मड़ाई का कार्य कर सकते हैं। शासन का भी निर्देश है कि पकी हुई फसलों को काटने वाले किसानों को रोका नहीं जा सकता है। शासन प्रशासन हर तरह से लोगों की सुरक्षा व्यवस्था में दिन-रात लगा हुआ है। दवा साग सब्जी किराना फल जैसी मूल सुविधाएं लोगों को मुहैया हो रही है लाउडस्पीकर से बार बार घूम कर पुलिस सब को घरों में रहने और आवश्यक सामानों को खरीदने की बात कर रही है
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शासन द्वारा इस संबंध में सभी मंडलायुक्तों, डीएम, एसएसपी और एसपी को निर्देश जारी किये गए हैं। सुचारू रूप से इनकी आपूर्ति जारी रहे इसके लिए इनको बनाने वाली कंपनियों, लोडिंग एवं अनलोडिंग में लगे श्रमिकों और इनके परिवहन में लगे वाहन भी छूट के दायरे में आयेंगे। इसी तरह की छूट कटाई में प्रयुक्त कंबाईन हार्वेस्टर और इस दौरान जरूरी श्रमिकों पर भी होगी।
उल्लेखनीय है कि इस साल फरवरी-मार्च के अप्रत्याशित मौसम की मार से तथा निराश्रित अवारा पशुओं से किसान परेशान हैं। मौजूदा समय में उनकी सरसों, आलू, मटर और चना की फसलें या तो खेत में हैं या खलिहान में हैं। अब गेहूं की फसल भी तैयार होने को है। ऐसे में किसानों को ये चिंता है कि लॉकडाउन की स्थिति में हम अपनी उपज को कैसे घर सुरक्षित पहुंचाएं। चिंता उन किसानों को भी थी जो इस समय खाली हुए या होने वाले खेत में खरीफ के पूर्व कम समय में होने वाली उड़द, मूंग और पशुओं के लिए हरे चारे की बोआई करते हैं। सरकार के इस फैसले से परंपरागत किसानों के साथ सब्जी बोने वाले किसानों को भी राहत मिली है।

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