कोतवाली में सिपाही ने खुद को गोली से उड़ाया

चंदौली,19 फरवरी 2020। जिले के मुगलसराय कोतवाली में आज अलसुबह करीब 5 बजे आरक्षी आशुतोष मिश्रा 27 वर्ष ने साथी सिपाही की राइफल से स्वयं को गोली मार ली। गोली की आवाज से कोतवाली में सनसनी फैल गई। गोली लगने से घटनास्थल पर ही आशुतोष मिश्रा की मौत हो गई।
बताया गया है कि बांदा जिले के सहेवां गांव निवासी आशुतोष मिश्रा, जनवरी 2016 में यूपी पुलिस में नियुक्त हुए थे। आशुतोष मिश्रा चंदौली जिले के कई थाने में कार्य कर चुके थे। तीन माह पूर्व ही उनकी नियुक्ति मुगलसराय कोतवाली में मुंशी के पद पर हुई थी। वह थाने के बैरक में ही रहते थे। बैरक में आज सुबह लगभग पांच बजे जब सिपाहीगण नित्य कर्म में व्यस्त थे,तभी आशुतोष मिश्रा साथी सिपाही की राइफल लेकर कोतवाली के पीछे परिसर में मंदिर के समीप पहुंचा और खुद के गले में गोली मार ली। गोली चलने से पुलिसकर्मियों में सनसनी फैल गई। आनन-फानन में पुलिसकर्मी घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। जहां आशुतोष मिश्रा खून से लथपथ जमीन पर पड़ा मिला। कोतवाली में सिपाही के आत्महत्या की सूचना मिलने पर आला अधिकारियों में हड़कंप मच गया।घटना की जानकारी होते ही एएसपी प्रेमचंद व सीओ कुंवर प्रताप कोतवाली पहुंच कर घटना की जानकारी ली। एएसपी प्रेमचंद ने कोतवाल शिवानंद मिश्रा व सिपाहियों से पूछताछ कर जानकारी ली।
मुगलसराय कोतवाली में सिपाही आशुतोष मिश्रा के आत्महत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। हालांकि साथी सिपाहियों का कहना है कि आशुतोष मिश्रा का लखनऊ में एक महिला से काफी नजदीकी संबंध था। आशंका जताई जा रही है कि कहीं प्रेम संबंध में आशुतोष मिश्रा ने खुद को गोली तो नहीं मारी? कुछ सिपाहियों ने बताया कि आशुतोष मिश्रा ने अपने घर पर मकान बनवाने के लिए बैंक से छह लाख रुपये लोन भी लिया था।
आशुतोष मिश्रा के आत्महत्या की सूचना उनके परिजनों को दी गयी तो सूचना मिलते ही बांदा में परिजनों में खलबली मच गई। आशुतोष मिश्रा दो भाई में छोटा था। उसके बड़े भाई व बहन की शादी हो चुकी है। आशुतोष अभी अविवाहित था। परिजनों ने आने पर ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की मांग की।

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