लोकार्पण !”एक जन बुद्धिधर्मी की विचार यात्रा”/ संघर्ष के मीमांसक, ईमानदार बुद्धिधर्मी रचनाकार हैं डा.पीएम सिंह

गाजीपुर (उत्तर प्रदेश), 01 जुलाई 2018।आदर्श इंटर कॉलेज महुआबाग के सभागार में समकालीन सोच परिवार के तत्वावधान में समाजवादी चिंतक एवं समालोचक डॉ० पीएन सिंह के 77वें जन्मदिन के अवसर पर अभिनन्दन समारोह व उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर केंद्रित प्रो. सदानंद शाही द्वारा संपादित कृति “एक जन बुद्धिधर्मी की विचार यात्रा ” का लोकार्पण समारोह का किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि प्रो० गोपेश्वर सिंह (दिल्ली) ने डा. पीएन सिंह के लेखन की चर्चा करते हुए कहा कि मैं पहले कुबेर नाथ राय और विवेकी राय के नाम से गाजीपुर को जानता था किन्तु अब डॉ. पी०एन० सिंह के नाम से गाजीपुर को जानता हूं। इनके लेखन में अद्भुत पैनापन है। इसीलिए इन्हें जनपद का असीम प्यार मिला है और इन्होंने जनपद के बुद्धिजीवीयों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । ये किसी विचारधारा में अपने को ढालने का प्रयास नहीं करते ,बल्कि अपनी विचारधारा स्वयं गढ़ते हैं। मुख्य वक्ता के रूप में जयपुर से आए प्रो० रवि श्रीवास्तव ने कहा कि डॉ० पीएन सिंह हर तरह की कट्टरता के विरोधी हैं वह चाहे मार्क्सवादी कट्टरता ही क्यों न हो।इनकी वास्तविक पहचान आम जन के संघर्ष की मीमांसा करने वाले ईमानदार बुद्धिधर्मी रचनाकार के रूप में ही है। यह पीएन सिंह ही है जो साहस के साथ कह सकते हैं कि हमारी राष्ट्रीय राजनीति सांप्रदायिक हो गई है और सामाजिक सोच जातिवादी। प्रो० अवधेश प्रधान ने अपने वक्तव्य में कहा कि जिन्दा कौमें ही अपनी परंपराओं को याद रखती हैं और डॉ०सिंह इसके प्रतीक हैं। इन्होंने संवाद की संस्कृति पैदा की है और गाजीपुर में रहकर देश विदेश के विद्वानों से संवाद बनाए रखते हैं। प्रो० राम सुधार सिंह ने कहा कि पी०एन०सिंह एक सुलझे हुए विचारक हैं जो बेबाक टिप्पणी करने के लिए जाने जाते हैं। प्रो० सदानंद शाही ने आधार वक्तव्य देते हुए कहा कि पी०एन०सिंह बुद्धिजीवी कम बुद्धिधर्मी अधिक हैं इसलिए कि ये अपने लिए कम समाज के लिए अधिक जीते आये हैं। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में वाराणसी से आए प्रो० आरके शुक्ल ने कहा कि डॉ० पीएन सिंह एक ऐसे आलोचक हैं जो कसौटी पर कसते समय किसी के साथ कोई मुरौवत नहीं करते हैं चाहे अपना कोई शुभचिंतक ही क्यों न हो। इनकी यही दृष्टि इनके समालोचना के स्तर को ऊंचा उठाती है।इससे पूर्व स्वागत भाषण डॉ० अनिल कुमार सिंह ने किया जबकि समारोह संयोजक रामावतार ने आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। समारोह में पूर्व अपर डिप्टी कमिश्नर ओम धीरजए दीनानाथ शास्त्री, प्रो० महेंद्र प्रताप सिंह, कमला शंकर यादव, डॉ० गजाधर शर्मा, डॉ० अशोक कुमार सिंह, डॉ० बद्री सिंह, डॉ० समर बहादुर सिंह, डॉ० संतोष कुमार तिवारी, माधव कृष्ण, राम नगीना कुशवाहा, इरफान अली एवं अमितेश सिंह आदि प्रमुख रुप से उपस्थित रहे। समारोह का
संचालन हरिनारायण हरीश ने तथा आभार ज्ञापन कन्हई राम प्रजापति ने किया।

Visits: 31

Leave a Reply