अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस! राजभवन में राज्यपाल मुख्यमंत्री सहित गृह मंत्री ने किया योग

लखनऊ, 21 जून 2018। राजभवन के मुख्य प्रांगण में आयोजित चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर गुरुवार को राजभवन में सामूहिक योगाभ्यास के आयोजन में राज्यपाल राम नाईक, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य लोगों ने योगाभ्यास किया।
राजभवन के मुख्य प्रांगण में पतंजलि के योग प्रशिक्षकों के निर्देशन में आयोजित योगाभ्यास कार्यक्रम से पूर्व मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि चार वर्ष पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल और प्रयासों से योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली थी। इससे हम स्वस्थ रहते हैं, बीमारियां दूर रहती हैं और उन पर होने वाला खर्च बचता है। जीवन में संतुलन ही योग है। नियमित दिनचर्या में अगर इसे शामिल किया जाए तो नई ऊर्जा का संचार होता है। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रदेश के सभी 75 जिलों, 350 तहसीलों, 823 विकासखंडों और 653 नगर निकायों में योग का आयोजन किया गया है।सीएम ने कहा योग की पोशाक पहनने से ही व्यक्ति में बदलाव दिखाई देने लगते हैं। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस अब एक अंतरराष्ट्रीय उत्सव बन गया है जो पूरे विश्व में मनाया जा रहा है। भारत की योग विशेषता को यूएन के 193 में से 191 देशों ने मान्यता दी। विवादों में घेरने पर उन्होंने कहा कि यह किसी एक धर्म विशेष का नहीं है क्योंकि जब यूएन में योग का प्रस्ताव लाया गया तो 177 से अधिक देशों ने इसे स्वीकृति दी इसमें 40 मुस्लिम देश भी थे जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की बात को अपना समर्थन दिया। यही नहीं पिछले दिनों सऊदी अरब की योग प्रशिक्षिका को पद्मश्री से सम्मानित किया गया। अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि आज 85 वर्ष का होने पर भी मैं स्वस्थ हूं और योग कर रहा हूं क्योंकि बचपन में स्कूल में सूर्य नमस्कार आदि कराया जाता था। उन्होंने वर्तमान जीवन शैली पर यह कहा कि शहरों में जीवन पद्धति शैली इतनी अस्वस्थ हो गई है कि बिना योग के शारीरिक और मानसिक शांति संभव नहीं है।

उल्लेखनीय है कि अंतराष्टीय योग दिवस है 21 जून को भारत समेत दुनिया के कई देशों में मनाया जाता है। पहली बार अंतराष्टीय योग दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया था जिसे संयुक्त राष्ट्र संघ ने घोषित किया था। 21 जून को अंतराष्टीय योग दिवस के अलावा यह दिन साल का सबसे बड़ा दिन भी होता है। इस दिन से सूर्य उत्तर से दक्षिण दिशा की ओर चलना आरम्भ कर देते हैं, यानि सूर्य उत्तरायन से दक्षिणायन दिशा में गतिमान होने लगते हैं। इस दिन से उत्तरी गोलार्ध में बसे देशों में दिन सबसे बड़ा होगा। 21 जून को ठीक 12 बजकर 28 मिनट पर सूर्य कर्क रेखा पर एकदम लंबवत हो जाएगा जिसके कारण से लोगों को अपनी परछाई भी नहीं दिखेगी। यह साल का सबसे बड़ा दिन होगा। 21 जून को 13 घंटे 34 मिनट का दिन रहेगा जबकि रात 10 घंटे 24 मिनट की होगी।
अब सवाल उठता है कि 21 जून को ही अंतराष्टीय योग दिवस क्यों मनाया जाता है। दरअसल इस दिन ग्रीष्म संक्रान्ति होती है। इस दिन से सूर्य दक्षिणी गोलार्ध की तरफ चलना शुरू हो जाता है। योग में इस घटना को संक्रमण काल कहते हैं। संक्रमण काल में योग करने से शरीर को बहुत फायदा मिलता है। इस वजह से अंतराष्टीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है।
आम दिनों के मुकाबले 21 जून को सूरज की किरणें ज्यादा देर तक धरती पर रहती है जिसके कारण दिन बड़ा होता है। खगोल विज्ञान के अनुसार उत्तरी गोलार्द्ध सूर्य की ओर पूरी तरफ से झुका रहता है। ये करीब 23.4 अक्षांश पर होता है जिसके कारण दिन लंबा होता है।
यह घटना साल में दो बार होती है। पहला गर्मियों में यानि 21 जून को, इस दिन बड़ा होता है जबकि दूसरा जाड़े में दिन सबसे छोटा होता है। जो 21 दिसंबर में पड़ता है। इस दिन सूर्य आकाश में अपने सबसे ऊंचे शिखर पर होता है। सूर्य की किरणें कर्क रेखा पर लंबाई में पड़ती है जिसे संक्राति कहते हैं। 21 जून के बाद से सूर्य दक्षिण की ओर गति करना शुरु कर देगा जिससे दिन छोटे होते जाएंगे और 23 सितंबर को रात-दिन बराबर होंगे।

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