राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण हेतु सर्वे और भौतिक सत्यापन में गड़बड़ी का आरोप

 कौड़ियों के भाव जमीन अधिग्रहण का पीड़ितों ने लगाया आरोप

गाज़ीपुर। राष्ट्रीय राजमार्ग 124डी में किसानों की खेती की पैतृक भूमि को कौड़ियों के भाव अधिग्रहण को लेकर किसानों में जबरदस्त आक्रोश है।

        दुल्लहपुर थाना क्षेत्र के अमारी और कंचनपुर गांव के किसानों का कहना है कि एन एच 124डी किसानों के भविष्य के लिए अभिशाप बन गया है। किसान अपनी पुश्तैनी भूमि पर खेती करके जीविकोपार्जन करते थे। उस खेत के अधिग्रहण के दौरान उचित मुआवजा नहीं मिला और सर्वें और भौतिक सत्यापन भी मनमाने ढंग से किया गया। इससे  परेशान किसानों ने सुबह साढ़े दस बजे साकेंतिक विरोध जताया।

     बताते चलें कि ज़खनियां अमारी मार्ग पर कंचनपुर गांव के दर्जनों किसानों की भूमि अमारी ग्राम सभा में स्थित है। किसानों का कहना है कि पहले सर्वे में भौतिक सत्यापन के दौरान उनकी भूमि अधिग्रहण में नहीं पड़ रही थी लेकिन बाद में खेतों में पत्थर उनके भूमि में लगा दिए गए। किसानों का अब तक मुआवजा भी नहीं मिला है। कहा गया कि सुदामी देवी गाटा संख्या 192 का भौतिक सत्यापन सड़क के बीच से 11 मीटर दोनों तरफ से लिया गया था तब मकान 2 मीटर छूट रहा था लेकिन पत्थर लगाने के बाद अब मकान 2 मीटर अंदर चला गया। नरेंद्र राम, प्रेम, राजेश, नौरंगी 199 गाटा संख्या की भूमि में भी पत्थर तो लगा दिया गया लेकिन आज तक मुआवजा नहीं मिला। वहीं रामबली राम का 200 गाटा संख्या साढ़े पांच विस्वा भूमि जबकि गाटा संख्या 227, 228, 190,194, 167, 168, 195,166,167, 168, 128, 186, 192 के किसानों के लिए भूमि अधिग्रहण करने का पत्थर तो लगा दिया लेकिन आज तक मुआवजा नहीं मिला। कंचनपुर गांव के रामबली राम ने कहा कि गाटा संख्या 66 का दो विश्वा भूमि अधिग्रहण किया जिसका मुआवजा मात्र दो लाख बानबे हजार ही मिला। जेपी राम ने कहा कि किसानों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। भौतिक सत्यापन और सर्वे का रिपोर्ट पूरी तरह से मानक के अनुरूप नहीं बनाई गई। सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को हो रहा है। विजेंद्र कुमार ने कहा कि सैदपुर से मरदह एन एच 124डी का जो सर्वे हुआ है कहीं ना कहीं लोगों के साथ भेदभावपूर्ण रवैया अख्तियार  किया गया है। इस सड़क पर कई ऐसे बड़े विद्यालय है जिनकी गेट के पास सड़क का सर्वे किया गया है।जो मानक के खिलाफ है।

     पीड़ित मनोज राम व रामबली रामने बताया कि सी आर ओ को आपत्ति देकर न्याय की मांग किया गया लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई।       किसानों ने उच्चाधिकारियों से सही सर्वे और भौतिक सत्यापन करने की मांग के साथ ही साथ उचित दर पर मुआवजा देने की मांग की है। विरोध जताने वालों में किसान त्रिभुवन राम, जे पी राम, मनोज कुमार, विजेंद्र कुमार, अनिल कुमार,जयप्रकाश राम, सुदामी देवी, नरेंद्र,राजेश राम, उर्मिला देवी, शीला देवी,याजवेंद्र, विजेंद्र, मनोज  राम, अनिल कुमार,रामबली राम,रूपचंद राम,रामस्वरूप राम सहित अन्य किसान मौजूद रहे।

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