“विजयानन्द के कृतित्व का मूल्यांकन” पुस्तक का हुआ लोकार्पण

गाजीपुर। प्रख्यात साहित्यकार डॉ० विजयानन्द के कृतित्व पर मुंबई हिंदी अकादमी,मुम्बई से प्रकाशित तथा इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ० रामकिशोर शर्मा द्वारा सम्पादित” विजयानन्द के कृतित्व का मूल्यांकन” पुस्तक का लोकार्पण ससमारोह सम्पन्न हुआ।
डा. विजयानन्द जखनियां तहसील के मनिहारी क्षेत्र के‌ बखरा के निवासी हैं जो प्रयागराज में रहकर साहित्य सृजन में लगे हैं। अब तक आपकी 72 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।
राष्ट्रीय चेतना के शाश्वत महाकवि पण्डित श्यामनारायण पाण्डेय की स्मृति में भारतीय संस्कृति एवं साहित्य संस्थान प्रयागराज, केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा तथा अखिल भारतीय हिंदी महासभा की ओर से पं.गोविन्द बल्लभ पन्त सामाजिक संस्थान, प्रयागराज के प्रेक्षागृह में समारोह संपन्न हुआ।
समारोह का शुभारंभ मंचासीन अतिथियों द्वारा सरस्वती प्रतिमा एवं पं. श्याम नारायण पाण्डेय के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। वाणी वन्दना डॉ. नीलिमा मिश्रा कविता स्वर लहरी से हुआ। अतिथियों का स्वागत अभिनन्दन डॉ. वीरेन्द्र कुमार तिवारी ने किया।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में मुख्यवक्ता अभयनारायण तिवारी तथा विशिष्ट अतिथि डॉ. रामकिशोर शर्मा ने अपने उद्बोधन में, पंडित श्यामनारायण पांडेय से लेकर पंडित विजयानन्द के साहित्य को व्याख्यायित किया। मुख्य अतिथि केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा की निदेशक डॉ. बीना शर्मा ने महाकवि श्याम नारायण पांडेय पर विस्तृत व्याख्यान दिया। अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ. विजयानन्द ने कार्यक्रम पर विस्तृत समीक्षा करते हुए अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र के काव्य समारोह की अध्यक्ष डा. शम्भुनाथ त्रिपाठी अंशुल, मुख्य अतिथि प्रेमनाथ मिश्र, विशिष्ट अतिथि प्रदीप मिश्र, डॉ०वीरेन्द्र कुमार तिवारी, अभिषेक केसरवानी रवि, गंगाप्रसाद त्रिपाठी मासूम,के पी. गिरि, अखिलेंद्र तिवारी, राकेश मालवीय, डॉ. अजय मालवीय, डॉ. बीना शर्मा, डॉ. विजयानन्द आदि कवियों ने काव्य पाठ कर समारोह को भव्यता प्रदान की। संचालन डॉ. नीलिमा मिश्रा एवं आभार ज्ञापन गंगा प्रसाद ने किया।

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