उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के नाम पर ठगी करने वाला शातिर अभियुक्त गिरफ्तार

गाजीपुर। उच्च न्यायालय के जज के नाम पर ठगी करने वाला शातिर अभियुक्त को लंका बस स्टैण्ड के पास से उसकी कार के साथ, स्वाट टीम ने घेरा बन्दी करते हुए लंका स्टेशन रोड तिराहे के पास से अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्त तौसीफुल हक पुत्र स्व0 फरीदुल हक निवासी मकान नं.सी 51/गंगा बिहार विकल्प खण्ड थाना चिनहट जनपद लखनऊ का निवासी है। 
      उल्लेखनीय है कि गिरफ्तार अभियुक्त पिछले कुछ दिनो से जनपद में नियुक्त निरीक्षक रहमतुल्लाह खाँ के मोबाइल पर अपने दूरभाष से 1,30,000/-रू0 की मांग कर रहा था। वह  निरीक्षक रहमतुल्लाह खाँ की शिकायत उच्चाधिकारियों को फर्जी ई मेल आईडी बनाकर  उच्च न्यायालय इलाहाबाद के न्यायाधीश के नाम से किया था। उसने इस बात की धमकी दी कि प्रकरण उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से सम्बन्धित है। अभियुक्त तौसीफुल हक द्वारा 1,30,000/-रू0 मामले के निस्तारण हेतु बार- बार मांगा जा रहा था। तंग आकर निरीक्षक रहमतुल्लाह खाँ द्वारा उच्चाधिकारियों से वार्ता कर स्वाट /सर्विलांस टीम प्रभारी से वार्ता के बाद अभियुक्त को पैसे लेने के लिये गाजीपुर में लंका बस स्टैण्ड पर बुलाया। उसके द्वारा बताये गये स्थान लंका बस स्टैण्ड के पास, पहुँच कर उसके द्वारा बतायी गयी कार यूपी 32एचक्यू 3830 के पास पहुँच कर निरीक्षक रहमतुल्लाह खाँ उससे वार्ता करने लगे। उसी दौरान सतर्क स्वाट टीम ने घेराबन्दी कर लंका स्टेशन रोड तिराहे के पास गिरफ्तार कर लिया।
     अभियुक्त की जामा तलाशी से घटना में प्रयुक्त दोनो मोबाइल फोन मय सिम बरामद किया गया। अभियुक्त से बरामद फोन से ही निरीक्षक रहमतुल्लाह खाँ को फोन किया जा रहा था जिनका नंबर अभियुक्त के मोबाइल के काल लाग में मौजूद रहा।
     पूछताछ में अभियुक्त तौसीफुल हक द्वारा बताया गया कि मैं फर्जी आई0डी0 बनाकर फर्जी नंबर लेकर उच्चाधिकारियों को मेल करके नौकरी करने वाले लोगों को नौकरी करने जाने का भय दिखाकर पैसे वसूलता था जो लोग पैसे नहीं देते थे उनके खिलाफ लगातार उच्चाधिकारियों को मेल व शिकायत भेजता रहता था। इससे पूर्व भी मैं दिल्ली में लखनऊ में व अयोध्या में इसी प्रकार के मामलो में जेल जा चुका हूँ। जिस सिम का मैं प्रयोग करता था वह मैं ज्यादा पैसे देकर फर्जी आई0डी0 पर लिया था।
    गिरफ्तार अभियुक्त के संदर्भ में थाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर उसे न्यायालय के सुपुर्द किया गया। शातिर अपराधी को गिरफ्तार करने वाली टीम में उपनिरीक्षक राकेश कुमार सिंह प्रभारी स्वाट/सर्विलांस टीम, उपनिरीक्षक सुनील कुमार तिवारी, मुख्य आरक्षीगण संजय कुमार पटेल, रामभवन, रामप्रताप सिंह, अमित सिंह, संजय रजावत,आरक्षीगण संजय प्रसाद, आशुतोष सिंह,  दिनेश कुमार, चन्दनमणि त्रिपाठी, प्रमोद कुमार व चालक ओमप्रकाश सिंह, स्वाट टीम/सर्विलांस टीम गाजीपुर और आरक्षी मुकेश कुमार व अनुज कुमार साइबर सेल, गाजीपुर शामिल रहे।

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