मुख्यमंत्री ने कोविड-19 की टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने का दिया निर्देश

डीएम व सीएमओ सुबह कोविड चिकित्सालय में तथा शाम को इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेण्टर में करें नियमित बैठक

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा के दौरान प्रदेश में एक दिन में कोविड-19 के 1 लाख 48 हजार से अधिक टेस्ट किए जाने पर संतोष व्यक्त करते हुए टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाकर 1 लाख 50 हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने निर्देश दिए कि कोविड प्रभावित लोगों को और बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए समस्त जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी दिन में दो बार नियमित रूप से बैठक करें। उन्होंने कहा कि सुबह की बैठक कोविड चिकित्सालय में तथा शाम की बैठक इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेण्टर में की जाए। उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग तथा मास्क के अनिवार्य उपयोग का पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश भी दिए।
मेडिकल उपकरणों के सुचारु संचालन के लिए तकनीकी स्टाफ को प्रशिक्षित किए जाने पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहाकि एचएफएनसी (हाई फ्लो नेजल कैन्युला) मशीन को संचालित करने वालों को प्राथमिकता पर प्रशिक्षित किया जाय। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों से नियमित संवाद स्थापित करते हुए उनके स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त की जाए। इस कार्य में सी०एम० हेल्पलाइन का भी उपयोग किया जाए। उन्होंने कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, सर्विलांस तथा डोर-टू-डोर सर्वे कार्य को पूरी तेजी से संचालित करने के निर्देश भी दिए।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को खाद आसानी से मिलने की व्यवस्था सुनिश्चित किया जाये।इसके साथ ही उन्होंने खाद की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए हैं उन्होंने कहा कि एम०एस०एम0ई0 सेक्टर की नवीन इकाइयों तथा पूर्व स्थापित इकाइयों के सुदृढीकरण के लिए बैंकों से समन्वय बनाकर अधिक से अधिक एम०एस०एम०ई० इकाइयों के लिए ऋण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि समस्त मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी अपने-अपने जनपद के गो-आश्रय स्थलों का निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि गोवंश के लिए चारे आदि की अच्छी व्यवस्था के साथ ही, उनके स्वास्थ्य का परीक्षण भी किया जाए। पशुपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इस कार्य की मॉनिटरिंग की जाए। उन्होंने न्याय पंचायत स्तर पर जनसुनवाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के प्रभावित लोगों के लिए राहत कार्य पूरी गति से संचालित करनेकी आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावितों को राशन किट उपलब्ध कराया जाए तथा उनके लिए चिकित्सा की समुचित व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने बाढ़ से फसलों को हुई क्षति का सर्वे कराकर सभी प्रभावितों को शीघ्र मुआवजा उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये।
इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश सी. अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस०पी० गोयल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ0 रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास तथा पंचायती राज मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुपालन शश भुवनेश कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

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