चक्रवात ‘फेनी’! उत्तर-प्रदेश में भी मिली सतर्क रहने की सलाह

नई दिल्ली, 01 मई 2019। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रचंड तूफान में बदले चक्रवात “फेनी” के शुक्रवार दोपहर तक गोपालपुर और चांदबाली के बीच ओडिशा तट को पार करने की सम्भावना है। बंगाल की खाड़ी में बने फेनी चक्रवात का असर उत्तर प्रदेश पर भी पड़ने की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार इस चक्रवात की वजह से आगामी 2 व 3 मई को उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और तेज यानि पुरवा हवा चलने की सम्भावना है।
मौसम निदेशक जे.पी.गुप्ता ने सम्भावित हालातों पर गौर करते हुए किसानों और भंडार गृहों को खासतौर पर सलाह दी है कि नमी व तेज हवा से फसल को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए कटी फसल, खुले में रखे अनाज व खेतों में तैयार खड़ी फसल को काट कर सुरक्षित रखने की समुचित व्यवस्था करें।
मौसम निदेशक के अनुसार 3 मई को प्रदेश के उत्तरी अंचल में आंधी-पानी तथा 4 मई को दक्षिण यूपी को छोड़कर पूरे प्रदेश में आंधी-पानी की आशंका है। राजधानी लखनऊ और आसपास के इलाके भी इसकी चपेट में आ सकते हैं।

वहीं मौसम विभाग ने ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्रप्रदेश के कुछ हिस्से के लिए चक्रवात का अलर्ट जारी किया है और तटीय इलाके को खाली करने का सुझाव दिया है। मौसम विभाग के चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने कहा कि चक्रवात ‘फेनी’ दक्षिण पश्चिम और पश्चिम मध्य और दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी की ओर है। यह पुरी (ओडिशा) के 760 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और विशाखापत्तनम (आंध्रप्रदेश) के 560 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व तथा त्रिणकोमली के 660 किलोमीटर उत्तर-उत्तरपूर्व (श्रीलंका) में है। मौसम विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि इसने प्रचंड तूफान का रूप अख्तियार कर लिया है। प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘फेनी’ के भारतीय पूर्वी तट की ओर बढ़ने पर नौसेना और तटरक्षक बल के जहाज तथा हेलीकॉप्टर, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की राहत टीमों को महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया है। स्थिति से निपटने के लिए सेना और वायु सेना की टुकड़ियों को तैयार रखा गया है।

अपडेट – ग्यारह जिलों से हटायी गयी आचार संहिता

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की एक बुलेटिन में कहा कि ‘फानी ‘ तीन मई की दोपहर को पुरी जिले के सतपाड़ा के पास 175-185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तट को पार करने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने चुनाव आयोग से तटीय इलाकों में राहत एवं पुनर्वास गतिविधियां चलाने के लिए आदर्श आचार संहिता हटाने का अनुरोध किया था।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि चुनाव आयोग ने राहत एवं बचाव अभियान चलाने के लिए ओडिशा के 11 जिलों में आदर्श आचार संहिता को हटाये जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि इससे तटीय क्षेत्रों पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रापाड़ा, गजपति, गंजाम, खोरधा, कटक और जाजपुर में चक्रवात से निपटने के लिए किए जा रहे काम में तेजी आएगी।

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