कामयाबी ! खाड़ी देश में फंसा युवक केन्द्रीय मंत्री मनोज सिन्हा के प्रयास से पहुंचा अपने घर

गाजीपुर (उत्तर प्रदेश), 11 मई 2018। कर्ज चुकाने, पैसा कमाकर घर की गरीबी दूर करने तथा बहन का धुमधाम से निकाह कराने के भावी सपने लेकर गरीब परिवार का 23 वर्षीय लाल वसीम अकरम अपने रिश्तेदार पूरासोफी मुबारकपुर आजमगढ़ निवासी द्वारा खाडी देश मे भेजा गया था । विदेश से काफी धन लेकर वापसी के बहकावे में भावी जीवन के सपने संजोये तथा परिवार की माली हालत सुुुधारने के सपने लेकर जिले के पहाड़पुर देवकली निवासी रियाजुद्दीन का बेटा वसीम अकरम जैसे ही खाडी के देश रियाद पहुंचा, उसके सपने सपने रेत के महल के समान ढह गये। वहां पहुंचते ही उसका पासपोर्ट छिन लिया गया और 12-14 घंटे की कडी मेहनत के बाद भी मजदूरी देने में आनाकानी की जाने लगी ।विरोध करने पर काम से हटाकर खाना देने से भी मनाकर दिया गया, साथ ही धमकी मिली कि चुपचाप काम करो नही तो किसी जूर्म में फंसा दिया जाएगा। मानसिक तनाव और भुख से परेशान वसीम का स्वास्थ्य रोज गिरने लगा और धार्मिक स्थल पर भिखारियों के झूंड मे दान से मिले भोजन के सहारे असहनीय जीवन कटने लगा। जब अकरम ने फोन पर अपनी आप बीती अपने गरीब मजदूर परिजनों को दी तो उनके होश उड़ गये। परिजनों को कोई आशा की किरण नहीं दिख रही थी। विदेश में अपने बेटे की तकलीफों से आहत पिता ने इसकी जानकारी अपने गांव के सामाजिक कार्यकर्ता विजय विश्वकर्मा के साथ भाजपा जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह व केन्द्रीय मंत्री व जिले के सांसद के नीजी सहायक सिद्धार्थ राय से मिले और बेटे की सकुशल वापसी के लिए प्रार्थना पत्र दिया । एक गरीब, बेसहारा वालिद की पीड़ा को समझते हुए केन्द्रीय मंत्री मनोज सिन्हा ने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर त्वरित कार्यवाही की आशा जताई।उनकी मेहनत रंग लायी और विदेश मंत्रालय के सहयोग से वसीम अपने घर वापस आ गया ।

कल वसीम अपने वालिद के साथ केन्द्रीय रेल व संचार राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के गाजीपुर स्थित कार्यालय पर मिठाई लेकर पहुंचा । कार्यालय पर मिठाई खिलाकर उपस्थित लोगों का मुहँ मिठा कराते हुए वसीम ने कहा कि मै तो अपने जीवन से निराश हो चुका था और वतन वापसी की उम्मीद समाप्त हो चुकी थी परन्तु आपलोगों के सहयोग और मंत्री मनोज सिन्हा व भारत सरकार के प्रयास से मैंअपने वतन और परिवार में लौट सका हूं।मैं आजीवन आप लोगों का कृतज्ञ हूँ। उल्लेखनीय है कि

पहाडपुर देवकली निवासी वसीम अकरम पुत्र रियाजुद्दीन को 26 जुलाई 2017 को रियाद मे नौकरी के लिए 1800 रियाल के आश्वासन पर अपने सगे मौसे के द्वारा किसी कम्पनी के द्वारा भेजा गया था। मीडिया के सम्मुख पिता पुत्र ने रोते हुए लोगों से आग्रह किया कि बिना सोचे समझे खाडी देशों मे न जाए इसमेंं सगे सम्बन्धी भी मानव तस्करी कर सकते है।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह ने कहा कि देश के हर नागरिक के जीवन रक्षा हेतु सरकार कृत संकल्पित है और वसीम अकरम के सकुशल आने पर हम सभी को हार्दिक प्रसन्नता है। मंत्री मनोज सिन्हा के प्रतिनिधि सिद्धार्थ राय ने कहा कि मंत्री जी व भारत सरकार के प्रयास से रियाजुद्दीन के पुत्र के सकुशल वापसी से उस परिवार की खुशियाँ जो मातम मे बदल गई थी वह वापस आ गयीं इससे हमेंं प्रसन्नता है कि प्रयास सार्थक रहा। भाजपा मीडिया प्रभारी शशिकान्त शर्मा ने इस अवसर पर वसीम की घर वापसी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना व्यक्त की।

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