शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप ! लापरवाही में कई डीआईओएस पर गिरी गाज

लखनऊ (उत्तर प्रदेश ) , 26 अप्रैल 2018 । कार्य में अनियमितता एवं लापरवाही बरतने पर सरकार ने बुलंदशहर के जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार सिंह को जहां निलम्बित कर दिया, वहीं गाजीपुर के बहुचर्चित डीआईओएस नरेन्द्र देव पाण्डेय को निदेशालय माध्यमिक शिक्षा से संबद्ध करने का निर्देश दिया है। यह आदेश बुधवार को शिक्षा विभाग की सचिव संध्या तिवारी द्वारा पत्र में राज्यपाल राम नाइक के आदेश का हवाला देते हुए कहा गया है कि नरेंद्र देव पांडेय को तत्काल प्रभाव से निदेशालय से संबद्ध किया जाता है। सचिव संध्या तिवारी ने आदेश की प्रति शिक्षा विभाग , कमिश्नर वाराणसी तथा डीएम गाजीपुर को भी प्रेषित की गई है।शासन द्वारा की गयी इस कारर्वाई से विभाग में खलबली मच गयी है क्योंकि जिले के शिक्षा विभाग के लिए यह पहला मौका है जब डीआईओएस को हटाने हेतु गवर्नर ने आदेश दिया है। ज्ञातव्य है कि श्री पांडेय डीआईओएस का पदभार पिछले साल चार जुलाई को ग्रहण किए थे। उसके बाद से ही उनके रवैये से क्षुब्ध शिक्षकों ने मोर्चा खोल दिया और फिर लगातार तीन दिनों तक मूल्यांकन का बहिष्कार किया गया था। उल्लेखनीय है कि गत 16 जनवरी को बुलंदशहर के पब्लिक इंटर कॉलेज, जॉलीगढ़ में सहायक अध्यापक बिजेन्द्र कुमार ने वेतन न मिलने पर आत्महत्या कर ली थी। उप मुख्यमंत्री डा दिनेश कुमार शर्मा ने बताया कि इस मामले की प्राथमिक जांच में डीआईओएस मनोज कुमार सिंह दोषी पाए गए। इस मामले में उन्होंने उनपर एफआईआर दर्ज करने के साथ वरिष्ठ सहायक राजकुमारी व अन्य के खिलाफ भी कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने बलिया के पूर्व डीआईओएस उमेश कुमार त्रिपाठी से 1,91,280 रुपये की वसूली करने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही दो वेतन वृद्धि रोकने के साथ परिनिन्दा प्रविष्टि रोकने के आदेश भी हैं। वर्तमान में उमेश त्रिपाठी उन्नाव डायट में उप प्राचार्य हैं। उन पर बलिया के बाबा लक्ष्मण दास द्वाबा राष्ट्रीय इंटर कॉलेज में 3 अध्यापकों की अनियमित नियुक्ति और उन्हें लगातार वेतन का भुगतान करने में दोषी पाया गया है।इसी क्रम में कारर्वाई करते हुए गाजीपुर के जिला विद्यालय निरीक्षक नरेन्द्र देव पाण्डेय को निदेशालय से सम्बद्ध कर दिया गया है।

Visits: 63

Leave a Reply