हवन यज्ञ से शुद्ध होता है वायुमंडल और लोगों को मिलता है आत्मिक बल 

गाजीपुर। सिद्धपीठ हथियाराम के पीठाधिपति एवं जूना अखाड़ा के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनन्दन यति महाराज ने सभी सनातनी परम्परा मानने वालों से भक्ति मार्ग से जुड़ने तथा जन कल्याणार्थ सत्कर्म करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हवन यज्ञ से वातावरण व वायुमंडल शुद्ध होता है , वहीं लोगों को आत्मिक बल प्राप्त होता है। शुद्ध वातावरण में धार्मिक आस्था जागृत होती है। इससे दुर्गुणों का नाश होता है और सद्गुणों के द्वार खुलते हैं। यज्ञ से देवता प्रसन्न होकर मनवांछित फल प्रदान करते हैं।          महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनन्दन यति महाराज ने यह वक्तव्य सादात क्षेत्र के कटयां ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान रमेश यादव के यहां चल रहे सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के समापन पर रविवार को व्यक्त किया। इससे पूर्व महाराजश्री के सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हवन कुंड में विश्व कल्याण की कामना संग आहुति दी गई। 


        महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनन्दन यति ने भागवत कथा का माहात्म्य बताते हुए कहा कि इसे ध्यान पूर्वक सुनने मात्र से पाप पुण्य में बदल जाते हैं और व्यक्ति भवसागर को पार कर जाता है। श्रीमद् भागवत से जीव में भक्ति, ज्ञान व वैराग्य के भाव उत्पन्न होते हैं। विचारों में बदलाव होने पर व्यक्ति के आचरण में भी स्वयं बदलाव हो जाता है। इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धाल भक्तों ने महाराज श्री का आशीर्वाद लिया और प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर प्रो. सानंद सिंह, डा. संतोष यादव, बृजेंद्र राय, सुजीत यादव, शिव मूरत यादव, रमेश यादव, दिनेश यादव, अभिषेक यादव, आशा यादव, प्रद्युम्न राय, कोतवाल तारावती देवी, रणजीत सिंह, डा. अमिता दूबे, कुंदन सिंह, सुधीर, लौटू प्रजापति, एडवोकेट विजय सिंह यादव, कथावाचक शिवशंकर तिवारी, मदन द्विवेदी, दशरथ दूबे, जयप्रकाश यादव, सुमन, कुसुम, आकांक्षा, अर्पिता, राजलक्ष्मी, राधिका सहित काफी संख्या में गणमान्य जन उपस्थिति रहे।

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