कलयुगी पुत्रों की कहानी , पुलिस की जुबानी 

वाराणसी (उत्तर प्रदेश), 23 मई 2018 । पेंशन भोगी 70 वर्षीय महिला के पांच कलयुगी औलादों ने पेंशन की लालच में उनके शव को पिछले चार माह से अपने घर छुपा कर रखा और उनके अंगुठे के निशान के बल पर उसकी पेंशन निकालते रहें। घटना भेलूपुर थाना क्षेत्र (दुर्गा कुंड ) कबीरनगर कालोनी के आवास विकास फ्लैट नं. 27/2 की है। बताया गया कि अमरावती देवी के पति दया प्रसाद जौनपुर के जलालपुर क्षेत्र के बाकराबाद के मूल निवासी थे। वे कस्टम विभाग में सुप्रिटेंडेंट पद से 1991 में सेवानिवृत्त हुए थे। अपनी नौकरी के दौरान ही उन्होंने वह फ्लैट लिया था।दया प्रसाद की वर्ष2000 में मृत्यु हो गयी , जिसके बाद उनकी पत्नी को पेंशन मिलती थी। अमरावती देवी का पेंशन खाता सेन्ट्रल बैंक की लंका शाखा में था जिसमें से गत 17 मई को उनके बेटे ने चेक द्वारा उसमें से चालीस हजार रुपये निकाले थे। खाते में उसके बाद 76हजार रुपये मौजूद हैं। पड़ोसियों ने मकान से दुर्गंध आने की शिकायत पर पुलिस ने मकान की तलाशी ली तो आवास के स्टोर रूम से महिला का शव बरामद हुआ। पुलिस ने बताया कि अमरावती देवी का गत 13 जनवरी को निधन हो गया था और उसके पांच पुत्रों रवि प्रकाश , देव प्रकाश , योगेश्वर प्रसाद , ज्योति प्रकाश और गिरीश प्रकाश उनका शव सुरक्षित रखने के लिए विभिन्न रसायनों का इस्तेमाल कर रहे थे।पुलिस ने देवी के एक अंगूठे पर स्याही का निशान भी पाया गया। पुलिस ने
शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया ।

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