आतंकी ! संदिग्ध अकबर एटीएस की गिरफ्त में

गाजीपुर(उत्तर प्रदेश),7 फरवरी 2018। कश्मीरी आतंकियों की आंच में अब जिला भी झुलसने लगा है। देशद्रोही आतंकियों के तार जिले से जुड़े होने की पुष्टि प्रदेश की ऐंटी टेररीज्म स्क्वॉड ने कर दी है। जिले के प्रबुद्ध जनों के साथ ही साथ जिले का आम आदमी भी इस सूचना से हैरान और हतप्रभ है। इस घटना को जिले का बदनुमा दाग बताते हुए लोगों का कहना है कि देश की आन,बान ,शान के लिए मर मिटने वाले जांबाज सैनिकों के इस जिले को अब ऐसा भी दिन देखने को मिल रहा है।इस की भनक जिले को तब लगी जब सोमवार पांच फरवरी को प्रदेश की ऐंटी टेररीज्म स्क्वॉड (एटीएस)की तेज तर्राक टीम ने पुष्ट जानकारी के बाद पूर्वांह ग्यारह बजे लखनऊ के लोहिया पथ से शेख अली अकबर को गिरफ्तार कर लिया। उसके मोबाइल से जानकारियों के साथ साथ जेेेहादी वीडियो भी मिला। एटीएस की गिरफ्त मेें आया शेेेख अली अकबर जिले के जमानियां कोतवाली क्षेत्र के कसेरा गांव का निवासी है।बताया गया कि लगभग दो वर्ष पूर्व वह गांव के ही एक दूसरे वर्ग की नाबालिग लड़की संग दुष्कर्म के प्रयास के मामले में जेल भी जा चुका है।लखनऊ में शेख अली अकबर की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए एटीएस के आईजी असीम वरुण ने मीडिया को बताया कि शेख अली अकबर आतंकी संगठनों को हथियार सप्लाई करता था। सर्विलांस की मदद से इसकी गिरफ्तारी सम्भव हुई। उसकी मोबाइल से पता चला कि वह नौ ऐसे सोशल मीडिया ग्रुप से जुड़ा है जो देश में जेहाद फैलाने का काम करते हैं। साथ ही साथ वह आतंकी संगठन ग्रुप से भी जुड़ा पाया गया जो राष्ट्रविरोधी गतिविधियों का प्रचार प्रसार में लिप्त हैं। उसके पास से आतंकी गतिविधियों के साहित्य भी बरामद हुए हैं। बताया गया कि अकबर का नाम उस समय सामने आया था जब कश्मीर के बांदीपुरा में पकड़े गए चार आतंकियों से पूछताछ हुई थी। उसके व्हाट्सअप पर पिछले साल सितंबर में कश्मीर में ट्रेनिंग का ऑफर आया था। चारों आतंकियों ने पूछताछ में बताया था कि अली अकबर से 40 हजार रुपये में हथियार सप्लाई करने की बात हुई थी। वह पिस्टल भेजने वाला था। वह नौ ऐसे व्हाट्सअप ग्रुप से जुड़ा है, जहां आतंकी गतिविधियां संचालित होती हैं तथा राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का प्रचार प्रसार किया जाता है। उसके बाद ही अकबर एटीएस के निशाने पर आ गया था और एटीएस इसकी गतिविधियों की टोह में लग गयी थी।

******** अपडेट *****

संदिग्ध आतंकी शेख अली अकबर की गिरफ्तारी के दूसरे दिन मंगलवार को उसके पैतृक गांव कसेरा पोखरा तहसील जमानियां में सन्नाटा पसरा रहा। बेटे के आतंकी होने की बात पर उसकी मां शबनम हैरान थी।
लखनऊ में गिरफ्तार कसेरा पोखरा गांव के संदिग्ध आतंकी शेख अकबर अली पुत्र मरहूम जफर अली की मां शबनम ने मंगलवार को पत्रकारों से बताया कि उनका मायका चंदौली जिले के धानापुर में है। शबनम के अनुसार उनके पति का इंतकाल सात साल पहले बीमारी के कारण हुआ था।

उन्होंने अकबर के बारे में

बताया कि वह घर से नौकरी के लिए इंटरव्यू देने की बात कह रविवार को लखनऊ के लिए गया था। जाते समय लखनऊ में रहने वाले अपने चाचा आसिफ के लिए घर से चावल भी ले गया। वह लखनऊ में चाचा के घर पहुंच कर रुका। उसी बीच आये फोन पर वह वहां से निकला था। फिर परिवार को खाड़ी देश में नौकरी करने वाले रिश्तेदार से खबर मिली कि अकबर को कश्मीरी आतंकियों के साथी के रूप में पकड़ा गया है। शबनम ने कहा कि उसका बेटा आतंकी नहीं हो सकता। यदि ऐसा होता तो वह उसे मुल्क का गद्दार मान कर खुद गोली मार देती। हालांकि शबनम ने बताया कि अकबर की चाची गुलशन के खाते में एक बार 40 हजार और दूसरी बार 20 हजार रुपये आए थे जिसे अकबर ले लिया था लेकिन यह नहीं मालूम कि वह रकम किसने और क्यों भेजी थी। उधर अकबर की गिरफ्तारी के बाद कसेरा पोखरा गांव पहुंची एटीएस की टीम अकबर के साथी महबूब पुत्र अनवर को लेकर लखनऊ रवाना हो गई। दोपहर बाद अकबर तथा महबूब के परिवार के सदस्यों को भी लखनऊ भेजा गया है।

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