घर में करें धार्मिक अनुष्ठान – मुख्यमंत्री @ विंध्यवासिनी मंदिर रहा बंद

लखनऊ, 25 मार्च 2020। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज बुधवार को राज्य की जनता से अनुरोध किया कि वे कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए नवरात्रि के दौरान अपने घर में ही धार्मिक अनुष्ठान करें।
योगी ने ट्वीट किया, “आप सभी से अनुरोध है कि समय को देखते हुए और कोरोना वायरस से बचाव हेतु आप सभी नवरात्रि के दौरान अपने घर में ही रहकर धार्मिक अनुष्ठान सम्पन्न करें। इससे इस संक्रामक बीमारी के प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी। प्रभु श्री राम सबका कल्याण करें… ।”
उन्होंने कहा, ‘‘जगदजननी माँ जगदंबा की उपासना पर्व ‘चैत्र नवरात्र’ अखिल विश्व के लिए प्रकृति और शक्ति की आराधना तथा सत्य और संयम के प्रति संकल्पित होने का सुअवसर है। माँ से प्रार्थना है कि वे हम सब को आशीर्वाद दें कि हम कोरोना महामारी से लड़ने में अपना योगदान दे सकें जिससे मानवजाति का कल्याण हो।’’
योगी ने प्रदेश की जनता को नूतन वर्ष विक्रमी संवत-2077 की बधाई देते हुए कहा, “आज हम कोरोना वायरस के रूप में एक वैश्विक महामारी का सामना कर रहे हैं। ऐसी चुनौतीपूर्ण घड़ी में प्रारंभ हो रहा यह नया वर्ष, हमें एकजुटता और बंधुत्व का संदेश देने वाला है। आइए! हम सब मिलकर इस समस्या के निदान हेतु संकल्प लें।’’
मिर्जापुर से प्राप्त जानकारी के अनुसार नवरात्रि के प्रथम दिन बुधवार को विंध्यवासिनी देवी का मंदिर श्रृंगार के बाद बंद कर दिया गया और कोई दर्शन पूजन नहीं हुआ। पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने बताया कि उनकी जानकारी में यह पहली बार हुआ है कि देवी का दर्शन पूजन रोका गया हो। द्विवेदी ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते जब पूरे देश में लॉकडाउन है, देश के सभी बड़े मंदिर और पर्यटन स्थल बंद हैं, ऐसे में विंध्याचल धाम को भी एक सप्ताह पूर्व ही बंद कर दिया गया था।द्विवेदी ने बताया कि 1961 में चेचक महामारी फैलने के कारण मंदिर में दर्शन पूजन बंद था लेकिन उस दौरान मंदिर बंद नहीं किया गया था।
उन्होंने बताया, ‘‘नवरात्रि को देखते हुए प्रशासन ने पूरी तरह से प्रयास किया था कि दर्शन के लिए बाहर से श्रद्धालु ना आएं। इसके लिए प्रशासन ने पंडा समाज के साथ-साथ स्थानीय नागरिकों का भी सहयोग लिया था कि वे पारंपरिक रूप से हर नवरात्रि में देवी का दर्शन व पाठ करने आने वालों को फोन आदि से सूचना देकर आने से मना करें।’’

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