तीव्र संक्रामक है कोरोना वायरस (Corona virus),जानकारी और सुरक्षा ही बचाव

गाजीपुर, 25 जनवरी 2020। कोरोना वायरस के तीव्र संक्रमण के कारण चीन में लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। इसकी पहचान दिसंबर 2019 में चीन के वुहान में हुई थी। इसके तीव्र संक्रमण के चलते कई लोग काल के गाल में समा गये हैं। चीन से वापस मुम्बई लौटे दो लोगों के कोरोना वायरस की गिरफ्त में होने की संभावना के मद्देनजर उन्हें मेडिकल ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। बीएमसी की स्वास्थ्य अधिकारी पद्मजा केसकर ने कहा कि ऐसे लोगों की अलग वार्ड में जांच कर चिकित्सा की जा रही है। निगरानी में रखे गए व्यक्तियों के बारे में और विवरण का इंतजार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर डॉक्टरों को चीन से लौटने वाले यात्रियों में कोरोना वायरस के कोई लक्षण दिखने पर आइसोलेशन वार्ड में भेजने के लिए कहा गया हैृ।
        उल्लेखनीय है कि चीन में कोरोना वायरस का संक्रमण जारी है। कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण पर रोक लगाने हेतु चीन ने अपने मुख्य शहर वुहान को पूरी तरह से सील कर दिया है।
    चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या दो दर्जन से उपर जा चुकी है और इसके संक्रमण से अब तक एक हजार से अधिक लोग संक्रमित हैं। चीन में भारत सरकार ने भारतीय नागरिकों की मदद के लिए वुहान में हॉटलाइन स्थापित की है।
    वुहान में लगभग 700 भारतीय छात्र मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। वुहान शहर के सील होने से भारतीय छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चीन में कोरोना वायरस (Corona virus) मानव से मानव के बीच फैल रहा है। पिछली बार सार्स वायरस की वजह से 800 लोगों की मौत हुई थी। कोरोना वायरस सार्स  वायरस (सिवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम) परिवार का विषाणु है। इसके चलते श्वसन तंत्र में भयंकर तरह के लक्षण पाये जाते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के अनुसार, यह वाइरस सी-फूड (समुद्री भोजन)से जुड़ा है। इससे संक्रमित व्यक्ति में सांस लेने में परेशानी, निगलने में दर्द,गले में दर्द, सर्दी जुकाम, खांसी और ज्वर के लक्षण पाये जाते हैं।इसके लक्षण फ्लू से मिलते जुलते पाये गये हैं। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैलता है। संक्रमण तीव्र होने पर ज्वर न्यूमोकोकल इंफेक्शन (निमोनिया),गुर्दे के संक्रमण के साथ साथ अनेकों परेशानियां उत्पन्न करता है।
     कोरोना वायरस से बचाव हेतु कोई सटीक इलाज नहीं है और न तो कोई वैक्सीन है। रिपोर्टों के अनुसार, कोरोना वायरस को रोकने के लिए  समुद्री भोजन से बचना चाहिए। मुंह पर मास्क लगाने से इसके संक्रमण से बचा जा सकता है।बाहर से आने या कुछ भी खाने से पहले अपने हाथ व फल आदि को अच्छी तरह साफ करने के बाद गुनगुने पानी से धोकर खाना चाहिए।
     कोरोनवायरस को शीघ्रता से रोकने के लिए लक्षणीय व महत्वपूर्ण दवाओं का उपयोग करते हैं। कोरोनो वायरस यदि काफी समय तक अपना प्रभाव बनाए रखता है तो यह घातक या मारक भी हो सकता है।
     महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के छह संदिग्ध रोगी पाये गये हैं। इनमें से तीन मुंबई और तीन पुणे में है। ये सभी 22 और 23 जनवरी को चीन और हांगकांग से लौटे हैं। मुंबई में तीनों लोगों को निगम के कस्तूरबा अस्पताल में स्पेशल वार्ड में निगरानी में रखा गया है। इनके ब्लड सैंपल जांच के लिए पुणे स्थित लैब में भेजे गए हैं। लक्षणों के आधार पर उन्हें आइसोलेटेड वार्ड में रखकर चिकित्सा की जा रही है।
       इसके बचाव हेतु केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एहतियाती तौर पर, पड़ोसी देश से आने वाले यात्रियों की दिल्ली, मुंबई तथा कोलकाता, लखनऊ, वाराणसी सहित अनेकों हवाई अड्डों पर थर्मल स्कैनर से जांच करने का निर्देश दिया है।

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