पुलिस कमिश्‍नर प्रणाली ! बढ़े पुलिस अधिकारी के अधिकार

लखनऊ,13 जनवरी 2020। प्रदेश में पुलिस कमिश्‍नर प्रणाली लागू होने के बाद अब जिलाधिकारी के अधिकार आईपीएस को मिलेंगे। प्रदेश के लखनऊ और नोएडा में कमिश्नर प्रणाली की नई पुलिस व्यवस्था के लागू होते ही भारतीय पुलिस अधिनियम 1861 के भाग 4 के अंतर्गत आईएएस रैंक के अधिकारी के पास पुलिस पर नियत्रंण के जो अधिकार अब तक थे, वे अब पुलिस अफसर (आईपीएस)को मिल गये हैं।
उल्लेखनीय है कि नई व्यवस्था वाली कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद जिले के डीएम के पास अटकी रहने वाली तमाम अनुमति की फाइलों का झंझट खत्म हो जाएगा अर्थात अपराध की धाराओं वाली सीआरपीसी की मैजिस्ट्रियल पावर वाली जो कार्रवाई अब तक जिला प्रशासन के अफसरों के पास थी वे सभी ताकतें पुलिस कमिश्नर को मिल गई हैं। अब सीआरपीसी की धारा 107−16,144, 109,110,145 का क्रियान्वयन पुलिस कमिश्नर कर सकेंगे। कमिश्नर सिस्टम से शहरी इलाकों में भी अतिक्रमण पर अंकुश लगेगा। अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाने का आदेश सीधे तौर पर पुलिस कमिश्नर दे सकेंगे और नगर निगम को इस पर अमल करना होगा। पुलिस कमिश्नर को गैंगस्टर, जिला बदर, असलहा लाइसेंस देने जैसे अधिकार होंगे। कमिश्नरी सिस्टम में धरना प्रदर्शन की अनुमति देना और न देना भी पुलिस के हाथों में आ जाएगा। जमीन संबंधी विवादों के निस्तारण में भी पुलिस को अधिकार मिलेगा। पुलिस कमिश्नर सीधे लेखपाल को पैमाइश का आदेश दे सकते हैं। कानूनविदों की मानें तो इससे जमीन से संबंधित विवाद का निस्तारण जल्दी होगा। दंगे के दौरान लाठीचार्ज होना चाहिए या नहीं, अगर बल प्रयोग हो रहा है तो कितना बल प्रयोग किया जाएगा इसका निर्णय भी पुलिस ही करेगी,अभी तक ये सभी अधिकार जिलाधिकारी के पास थे।
उम्मीद की जा रही है कि इस बड़े बदलाव से कानून−व्यवस्था में सुधार आएगा। इससे पुलिस के साथ ही जनता को भी बड़ी राहत मिलेगी। इस व्यवस्था के तहत जिन महाननगरों लखनऊ−नोयडा में यह व्यवस्था लागू होगी, वहां पुलिस कमिश्नर का मुख्यालय होगा। अब नई व्यवस्था लागू होने के बाद दोनों महानगर को कई जोन में बांट जाएगें। हर जोन में डीसीपी की तैनाती होगी, जो वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) की तरह उस जोन को सम्भालेगा। इसके अतिरिक्त दो से चार थानों पर क्षेत्रिधिकारी (सीओ) की तरह एक एसीपी तैनात होंगे। नई पुलिस व्यवस्था के तहत लखनऊ को लखनऊ नगर एवं लखनऊ ग्रामीण नामक पुलिस जिलों में बांटा गया है। लखनऊ नगर में कुल 40 थाने और लखनऊ ग्रामीण में 5 थाने शामिल होंगे।
बताते चलें कि अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज सुजीत पांडये लखनऊ के पहले पुलिस आयुक्त होंगे जबकि अपर पुलिस महानिदेशक/पुलिस महानिरीक्षक मेरठ परिक्षेत्र आलोक सिंह नोएडा के पहले पुलिस आयुक्त होंगे। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने एक बयान में बताया कि आज 16 आईपीएस अधिकारियों के स्थानान्तरण किये गये हैं।
पुलिस महानिदेशक मुख्यालय से संबद्ध पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) नवीन अरोड़ा और पुलिस महानिरीक्षक पीएसी मुख्यालय लखनऊ नीलाब्जा चौधरी को संयुक्त पुलिस आयुक्त लखनऊ बनाया गया है। पुलिस उप महानिरीक्षक पीएसी मुख्यालय लखनऊ अखिलेश कुमार और पुलिस उप महानिरीक्षक कारागार प्रशासन एवं सुधार श्रीपर्णा गांगुली अब अपर पुलिस आयुक्त गौतमबुद्ध नगर (नोएडा)होंगे।
इसी प्रकार पुलिस मुख्यालय से संबद्ध अपर पुलिस महानिदेशक संदीप सालुंके को अपर पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवायें उत्तर प्रदेश, अपर पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवायें पद पर तैनात असीम अरूण को अपर पुलिस महानिदेशक यूपी 112,अपर पुलिस महानिदेशक गोरखपुर जय नारायण सिंह को अपर पुलिस महानिदेशक कानपुर जोन तथा कानपुर में इस पद पर तैनात प्रेम प्रकाश को अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज जोन की नयी जिम्मेदारी दी गयी है।

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