तहलका ! यौनाचार मामले में प्रशासनिक कार्रवाई से क्षुब्ध दम्पति ने बेटी संग खाया जहर

वाराणसी(उत्तर प्रदेश),23 दिसम्बर 2019। सरकार द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के स्लोगन के बावजूद बेटियों पर अत्याचार बढ़ते ही जा रहे हैं। यौनाचार से पीड़ित पुत्री के साथ पुलिस प्रशासन पर मनमानी से क्षुब्ध होकर और मनमानी का आरोप लगाते हुए दम्पत्ति ने अपनी पुत्री के साथ आज जिला मुख्यालय स्थित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय के समीप जहर सेवन कर अपनी जान देने का प्रयास किया। जहर सेवन के बाद सर्किट हाउस के पास तीनों बेहोशी की हालत में गिर पड़े। स्थिति की गंभीरता देखते ही पुलिस के हाथ पांव फूल गए। अचानक हुई इस घटना से पूरे प्रशासनिक महकमें में हड़कंप मच गया। बिषाक्त पदार्थ के सेवन के उपरांत तीनों की स्थिति देख आनन फानन में एंबुलेंस से पंडित दीनदयाल उपाध्‍याय अस्पताल में भर्ती कराया गया। तीनों लोगों की मरणासन्न अवस्था को देखते हुए चिकित्सकों ने उन्हें बीएचयू के लिए रेफर कर दिया। गंभीर स्थिति में उन सभी को बीएचयू में भर्ती कराया गया जहां उनकी स्थिति दोपहर बाद भी स्थिर बनी रही।
बताया गया कि बिषाक्त पदार्थ खाने वाले परिवार की बिटिया को बहला-फुसला कर और फिल्मों में काम दिलाने के नाम पर वाराणसी में तैनात रेलवे के सीनियर टीसी जमीर आलम ने उसे मुंबई भेज दिया था, जहां अन्य कई युवतियों को भी गिरोह ने बंदी बना रखा था। वहां पहुंचने पर युवती को पता चला कि वह भी दुष्कर्म का शिकार हो चुकी है। उसे पता चला कि वह अन्य युवतियों की भांति लड़कियों को फंसाकर कमाई करनेवाले गिरोह का शिकार बन गयी है। किसी तरह वहां से भागकर वापस पहुंची युवती ने पुलिस को आपबीती सुनाकर तीन दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की थी। पीड़िता युवती ने कैंट रेलवे स्टेशन पर तैनात वरिष्ठ टिकट कलेक्टर जमीर आलम और उसके दो नामजद साथियों के विरुद्ध तीन नवंबर को फिल्मों में काम दिलाने के बहाने मुंबई ले जाकर दुष्कर्म करने और बेचने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था ।पीड़ित परिजनों का आरोप है कि पुलिस धारा में कमी कर आरोपितों को बचाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने हर यथोचित स्थान पर न्याय की गुहार लगाई परन्तु उन्हें न्याय नहीं मिला, जिसके कारण उन्होंने थक हार कर जहर खाकर जान देने में ही भलाई समझी। पता चला कि बलिया जिले के निवासी पीड़िता के पिता के पास से एक पत्र मिला जिसमें उन्होंने सीओ कैंट, इंस्पेक्टर कैंट तथा पहड़िया चौकी इंचार्ज पर गंभीर आरोप लगाए हैं कि इन्होंने दबाव डालकर विवेचना में कैंट रेलवे स्टेशन पर नियुक्त आरोपित टिकट कलेक्टर जमीर आलम बचाने का कार्य किया। इस बात को एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने पूरी तरह नकार दिया उनका कहना है कि मामले में कार्यवाही चल रही है दो आरोपितों जमीर आलम और विशाल मौर्या की गिरफ्तारी हो चुकी है और फरार अभियुक्त उत्कर्ष तिवारी खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी है।
बताते चलें कि आरोपी टीसी गाज़ीपुर जिले के जखनियां तहसील क्षेत्र के एक शहीद फौजी परम वीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद का पौत्र बताया जा रहा है।

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