अमानवीय चेहरा ! पुलिस प्रशासन के मनमानेपन से आजीज गरीब फालोवर ने खत्म कर ली जिन्दगी

गाजीपुर, 05 दिसम्बर 2019।क्या कारण रहा कि दूसरों को सुरक्षा मुहैया कराने वाली पुलिस अपने ही फालोवर की परेशानियों से अंजान रही और करीब दो वर्षों से वेतन न मिलने से क्षुब्ध शादियाबाद थाने के फॉलोवर ने मंगलवार की रात फांसी पर लटककर अपनी जान दे दी।
बताया गया कि शादियाबाद थाने का फालोवर
दीपक दुबे पुत्र वशिष्ठ दुबे जिले के नोनहरा थाना क्षेत्र के तिलाड़ी गांव का निवासी था। दो वर्षों से वेतन न मिलने से वह काफी परेशानी में था और कई लोगों से उधार पैसा ले रखा था। वेतन न मिलने से वह उधारी का पैसा भी नहीं चुका पा रहा था। आर्थिक परेशानियों से जूझते हुए उसने कई बार अधिकारियों के यहां अपने बकाये वेतन के भुगतान के लिए गुहार लगाई पर उसकी मदद नहीं हुई। कार्य करने के बावजूद वेतन भुगतान न होने से वह टूट चुका था। बिना वेतन के आखिर वह कब तक काम करता ? आजिज आकर उसने दो दिन पूर्व ही शादियाबाद थाने पर बिना वेतन खाना बनाने से इंकार कर दिया था, जिसपर थानाध्यक्ष ने उसे डांट कर भगा दिया था। विभागीय उपेक्षा से तंग आकर वह अपने घर आ गया। मंगलवार परिवार के लोग खाना खाने के बाद सोने चले गये। दीपक भी एक कमरे में जाकर सो गया। सबेरे जब सबके जगने के बाद भी दीपक कमरे से बाहर नहीं निकला तो परिजनों ने उसे जगाने की कोशिश की परन्तु कोई उत्तर न पाकर अनहोनी की आशंका से घिरे लोगों ने कमरे का दरवाजा तोड़कर कमरे में पहुंचे तो वहां की स्थिति देखकर हक्का बक्का रह गये। दीपक का शव कुण्डे से लटकता मिला। सूचना पाकर मौके पर पहुंची इलाकाई पुलिस ने परिजनों का बयान लेने के बाद स्थिति का मुआयना कर शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इस सम्बंध में अपर पुलिस अधीक्षक नगर प्रदीप कुमार दुबे ने कहा कि इस पूरे घटना क्रम की जांच कराकर नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी। ग्रामीणों का कहना रहा कि विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते असमय काल के गाल में समाये गरीब दीपक को क्या इस जांच से न्याय मिल पायेगा ?

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