महागौरी का पूजन कर निहाल हो रहे हैं भक्त

गाजीपुर, 06 अक्टुबर 2019। नवरात्र के पावन पर्व पर पूरे जिले में श्रद्धालुओं में भक्ति और ज्ञान की गंगा बह रही है। आध्यात्मिक शक्तियों से परिपूर्ण जिले में स्थित मां जगद्जननी जगदम्बा की शक्तिपीठों सहित स्थापित सभी देवी मन्दिरों में श्रद्धालुओं का पूजन अर्चन प्रतिपदा से ही जारी है।
अब तक लाखों भक्तों ने भक्तिभाव से श्रद्धा पूर्वक मत्था टेक मां का आशिर्वाद लिया है। जमानियां क्षेत्र के करहियां स्थित मां कामख्या धाम, रेवतीपुर
की शीतला माता, दिलदारनगर रेलवे स्टेशन के समीप सायर माता, सैदपुर नगर में स्थित काली माता धाम, जखनियां क्षेत्र के हथियाराम में स्थापित आदि शक्ति बुढ़िया माई शक्तिपीठ, बहादुरगंज में चन्डीदेवी धाम,करीमुद्दीनपुर में कष्टहरणी देवी मन्दिर, हरिहरपुर में मां काली धाम,अमवा की सती माता मन्दिर में आज भी भक्तों का तांता लगा हुआ है।
पिछले करीब आठ सौ वर्षों से सिद्ध संत महापुरुषों की साधना स्थली रही पवित्र सिद्धपीठ हथियाराम मठ के 26वें पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी भवानीनन्दन यति जी महाराज के निर्देशन में
हवनात्मक व ज्ञानात्मक यज्ञ का आयोजन किया गया है।

वैदिक मंत्रोच्चार की गूंज से सारा अंचल गुंजायमान हो रहा है। जनपद के अतिरिक्त विभिन्न जिलों, प्रदेशों व विदेशों से आये श्रद्धालु जन वृद्धम्बिका माता (बुढ़िया माई)के चरणों में शीश नवाकर अपने को धन्य कर रहे हैं। वहीं करीमुद्दीनपुर में नवरात्र के आरम्भ से ही श्रद्धालु महिलाओं द्वारा व्रत रखकर चौवीस घंटे का अखण्ड दीप जला कर भक्ति भाव से मां की आराधना की जा रही है। सारा मन्दिर परिसर श्रद्धालुओं द्वारा जलाये गये दीपों से जगमगा रहा है। मान्यता है कि मां कष्टहरणी की कृपा से दैहिक, दैविक व भौतिक ताप नष्ट होते है। यहां माताएं अपने पुत्र, पति एवं परिवार की खुशहाली के लिए, कुंवारी कन्याओं द्वारा योग्य पति की कामना से, नि:संतान महिलाएं पुत़्र प्राप्ति हेतु अन्य मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए मां के चरणों में चौवीस घंटे का अखण्ड दीप प्रज्वलित कर रात्रि जागरण करती हैं।
इसके साथ ही विभिन्न पूजा पंडालों में स्थापित मां के विभिन्न रुपों से सुसज्जित प्रतिमाओं के दर्शन पूजन का क्रम जारी है।

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