दो करोड़ की हेरोइन संग तस्कर गिरफ्तार

लखनऊ(उत्तर प्रदेश), 09 जून 2019। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने कल अन्तर्राज्यीय स्तर पर नशीले पदार्थों की तस्करी में लिप्त एक तस्कर को कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर दो किलोग्राम हेरोइन के साथ पकड़ने में सफलता प्राप्त की। बरामद हैरोइन की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब दो करोड़ रुपये बताई गई है।
एसटीएफ के प्रवक्ता से आज मिली जानकारी के अनुसार मूलरूप से कन्नौज जिले के सौरिख का रहने वाला तस्कर गजेन्द्र सिंह वैस वर्तमान में मध्य प्रदेश के राजगढ़ में रह रहा था।
प्रवक्ता ने बताया कि एसटीएफ को सूचना मिली थी कि मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह के सदस्य गोल्डन ट्रैंगिल (थाईलैण्ड, लाओस एवं म्यांमा) में पैदा की जाने वाली अफीम से तरह—तरह के मादक पदार्थ खासकर हेरोइन तैयार करके मुख्य रूप से मणिपुर स्थित इम्फाल के रास्ते कई प्रदेशों में उसकी तस्करी कर रहे हैं। साथ ही यह भी पता चला कि मणिपुर के रास्ते उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों मे बेचने के लिए भारी मात्रा में हेरोईन की खेप लायी जा रही है। उन्होंने बताया कि एसटीएफ को जानकारी मिली कि गजेन्द्र नगालैण्ड के दीमापुर से हेरोइन लेकर राजधानी एक्सप्रेस से आठ जून को कानपुर सेण्ट्रल रेलवे स्टेशन पहुंचेगा। इस सूचना पर एसटीएफ और नॉरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की संयुक्त टीम समय पर कानपुर स्टेशन पहुंच कर अपनी घेराबंदी कर ली। वहीं गजेन्द्र को रोककर टीम ने उसकी तलाशी में उसके बैग से दो किलोग्राम हेरोइन बरामद किया।
पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त ने बताया कि उसे यह हेरोइन लखनऊ में किसी जेडी नाम के व्यक्ति को देनी थी, जिससे 17 लाख रूपये वह पहले ही ले चुका था। पुलिस टीम अब जेडी की तलाश में जूटी हुई है।
गजेन्द्र ने बताया कि वर्ष 2015 में वह भोपाल में मणिपुर के फकीर नामक व्यक्ति से मिला था, जिसने उनकी मुलाकात फिरोज नामक स्मैक और हेरोइन तस्कर से करायी थी। उसके साथ मिलकर वह इन पदार्थों की तस्करी करने लगा। बाद में वह अपने पैसे से स्मैक और हेरोइन लाकर लखनऊ, बाराबंकी और आसपास के जिलों में बेचने लगा।
बताते चलें कि इससे पहले जुलाई 2017 में गुवाहाटी पुलिस ने भी दो किलोग्राम हेरोईन बरामदगी के मामले में उसे गिरफ्तार किया था।

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